अन्ना हजारे आजकल फिर से चर्चा में है. अन्ना केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की तैयारी में है. और अन्ना ने बीजेपी पर हमलावर रुख अपनाया हुआ है.
अन्ना ने बीजेपी पर चंदे से सम्बंधित गंभीर आरोप लगाए है.
क्या आरोप लगाए है?
बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए शुक्रवार को अन्ना ने कहा कि ‘पिछले तीन साल के एनडीए शासन काल में भारत एशिया में सबसे ज्यादा भ्रष्ट देशों में शीर्ष स्थान पर आ गया है. उन्होंने दावे के साथ कहा कि पिछले पांच साल में दान के रूप में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तिजोरी में 80 हजार करोड़ रुपये की रकम आई है.
अन्ना हजारे ने ‘फोर्ब्स’ पत्रिका के एक आर्टिकल में प्रकाशित ट्रांसपैरंसी इंटरनैशनल सर्वे का हवाला देते हुए यह बातें कही है. उन्होंने कहा, ‘मैं यह दावा नहीं कर रहा हूं लेकिन एशियाई देशों में सर्वेक्षण करवाने के बाद यह फोर्ब्स पत्रिका में प्रकाशित हुआ है.’ हजारे ने कहा, ‘पिछले तीन साल से मैं चुप हूं.
जब कोई नई सरकार आती है तो हमें उसे अवश्य कुछ समय देना चाहिए, इसलिए मैं चुप रहा लेकिन अब बोलने का वक्त आ गया है. मजबूत जन लोकपाल और देश के किसानों के लिए अगले साल 23 मार्च से दूसरा आंदोलन शुरू करने जा रहा हूं.’
32 ख़त लिख चुके है pm को
हजारे ने कहा कि आम जनता आज भी सामान्य समस्याओं से ग्रसित है. बैंक की ओर से किसानों का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा है उन पर मनमाना ब्याज वसूला जा रहा है. उन्होंने कहा कि ‘किसानों को उनकी फसलों का मूल्य नहीं मिल रहा है और वे कर्ज अदा करने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं। यही कारण है कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं’. साथ ही उन्होंने कहा कि वह पिछले तीन सालों में प्रधानमंत्री को 32 खत लिख चुके हैं लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय से एक भी पत्र का जवाब नहीं मिला है.