गुजरात में आज प्रथम दौर का चुनाव है, चुनावी माहौल है. इसी बीच राहुल गाँधी पूरे फॉर्म में दिख रहे है. खासकर सोशल मीडिया (ट्वीटर) पर. और गुजरात के 22 सालों का हिसाब प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा से मांगते है. अभी तक कुल 10 सवालों कि कड़ी में 5 सवाल तो हम पहले ही बता चुके है और उन्होंने 5 सवाल और पूछे है.
बकौल राहुल गांधी
- ‘प्रधानमंत्रीजी- 6ठा सवाल: भाजपा की दोहरी मार एक तरफ युवा बेरोजगार दूसरी तरफ़ लाखों फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेज़ार 7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों?’
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी- 6ठा सवाल:
भाजपा की दोहरी मार
एक तरफ युवा बेरोजगार
दूसरी तरफ़ लाखों
फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेज़ार7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों? pic.twitter.com/KngeBgLlVp
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 4, 2017
- प्रधानमंत्रीजी-7वाँ सवाल: जुमलों की बेवफाई मार गई नोटबंदी की लुटाई मार गई GST सारी कमाई मार गई बाकी कुछ बचा तो – महंगाई मार गई बढ़ते दामों से जीना दुश्वार बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार?
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी-7वाँ सवाल:
जुमलों की बेवफाई मार गई
नोटबंदी की लुटाई मार गई
GST सारी कमाई मार गई
बाकी कुछ बचा तो –
महंगाई मार गईबढ़ते दामों से जीना दुश्वार
बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार? pic.twitter.com/1S8Yt0nI7B— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2017
- प्रधानमंत्रीजी-8वाँ सवाल: 39% बच्चे कुपोषण से बेज़ार हर 1000 में 33 नवजात मौत के शिकार चिकित्सा के बढ़ते हुए भाव डाक्टरों का घोर अभाव भुज में ‘मित्र’ को 99 साल के लिए दिया सरकारी अस्पताल क्या यही है आपके स्वास्थ्य प्रबंध का कमाल?
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी-8वाँ सवाल:
39% बच्चे कुपोषण से बेज़ार
हर 1000 में 33 नवजात मौत के शिकार
चिकित्सा के बढ़ते हुए भाव
डाक्टरों का घोर अभावभुज में 'मित्र' को 99 साल के लिए दिया सरकारी अस्पताल
क्या यही है आपके स्वास्थ्य प्रबंध का कमाल?— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 6, 2017
- प्रधानमंत्रीजी- 9वाँ सवाल: न की कर्ज़ माफ़ी न दिया फसल का सही दाम मिली नहीं फसल बीमा राशि न हुआ ट्यूबवेल का इंतजाम खेती पर गब्बर सिंह की मार छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकार PM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
प्रधानमंत्रीजी- 9वाँ सवाल:
न की कर्ज़ माफ़ी
न दिया फसल का सही दाम
मिली नहीं फसल बीमा राशि
न हुआ ट्यूबवेल का इंतजामखेती पर गब्बर सिंह की मार
छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकारPM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 7, 2017
- 10 वां सवाल: आदिवासी से छीनी जमीन नहीं दिया जंगल पर अधिकार अटके पड़े हैं लाखों जमीन के पट्टे न चले स्कूल न मिला अस्पताल न बेघर को घर न युवा को रोजगार पलायन ने दिया आदिवासी समाज को तोड़ मोदीजी, कहाँ गए वनबंधु योजना के 55 हजार करोड़?
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
10 वां सवाल:
आदिवासी से छीनी जमीन
नहीं दिया जंगल पर अधिकार
अटके पड़े हैं लाखों जमीन के पट्टे
न चले स्कूल न मिला अस्पताल
न बेघर को घर न युवा को रोजगारपलायन ने दिया आदिवासी समाज को तोड़
मोदीजी, कहाँ गए वनबंधु योजना के 55 हजार करोड़?— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 8, 2017
राहुल गाँधी के ट्वीट में खास बात ये रही कि सब के सब सवाल जमीनी स्तर के सवाल है. उनमें कहीं धर्म और जातिगत राजनीती कि बू नहीं आती.