केंद्र की मोदी सरकार ने तीन साल के दौरान 3,755 करोड़ रूपये खर्च करने की खबरे आने के बाद. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विज्ञापन खर्च पर चुटकी लेते हुए, ट्वीट किया और उसमे लिखा कि, दिल्ली सरकार ने विज्ञापन पर 97 करोड़ खर्च किये, तब LG ने आप से वसूली के आदेश दे दिए. अब भाजपा ने 3775 करोड़ रुपये खर्च किये तो सेम सिद्धांत उनपे पर भी लागू होने चाहिए ह न?
Del govt spent Rs 97 cr on ads. LG ordered its recovery from AAP. Now shudn’t Rs 3775 cr be recovered from BJP on same principles? https://t.co/mQuSgjeyJv
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 9, 2017
RTI से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले तीन सालों में विज्ञापन पर 3,755 करोड़ रूपये खर्च किए हैं. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से आरटीआई के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक अप्रैल 2014 से अक्टूबर 2017 के बीच इलेकट्रॉनिक, प्रिंट और आउटडोर पब्लिसिटी पर मोदी सरकार ने 37,54,06,23,616 रुपये खर्च किए हैं.
RTI के मुताबिक केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विज्ञापन में 1656 करोड़ रूपये खर्च किए हैं जिनमें कम्यूनिटी रेडियो, डिजिटल सिनेमा, दूरदर्शन, इंटरनेट, एसएमएस और टीवी के विज्ञापन का खर्च शामिल है. प्रिंट मीडिया पर मोदी सरकार ने 1,698 रूपये खर्च किए हैं. इसके अलावा आउटडोर विज्ञापन पर सरकार ने 399 करोड़ खर्च किए हैं जिनमें होर्डिंग, पोस्टर, बुकलेट और कैलेंडर शामिल है. पिछले साढ़े तीन सालों में बीजेपी सरकार ने जितना बजट विज्ञापन पर खर्च किया है, वो किसी मंत्रालय या सरकार के किसी कार्यक्रम के लिए तय किए गए बजट से भी ज्यादा है.