प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 से 12 फरवरी को फिलिस्तीन, ओमान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की चार दिन की यात्रा पर जाएंगे. इस दौरान वह ‘परस्पर हित के विषयों पर’ इन देशों के नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे.
प्रधानमंत्री की इन सभी देशों की यात्रा के बारे में विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि इस दौरे पर प्रधानमंत्री आपसी हितों सहित कई मुद्दों पर बात करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी आपसी हितों के अलावा कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे.
विदेश मंत्रालय की ओर से जो विज्ञप्ति जारी की गई है उसमे कहा गया है कि प्रधानमंत्री पहली बार फिलिस्तीन व ओमान की यात्रा पर जा रहे हैं, साथ ही पीएम मोदी की यूएई की यह दूसरी यात्रा होगी.
पीएम मोदी फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ बैठक करेंगे. जो पिछले साल मई में भारत आए थे और जिस दौरान मोदी ने उन्हें फलस्तीनी उद्देश्यों के प्रति भारत के समर्थन का एक बार फिर से भरोसा दिलाया था.
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की भारत यात्रा के बाद एक महीने के अंदर ही मोदी की फिलिस्तीन यात्रा हो रही है. दोनों नेताओं ने फिलिस्तीन मुद्दे पर चर्चा की थी.
यूएई की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी रक्षा, सुरक्षा और व्यापार के अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. साथ ही छठें वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को भी संबोधित करेंगे.
ओमान की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी व्यापार रक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर देंगे. विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार व निवेश मजबूत बना हुआ हैं. यूएई और ओमान में मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे.
इस दौरे में पीएम मोदी कई इवेंट्स में हिस्सा लेने के अलावा वहां के नेताओं के साथ दोनों देशों के साझा हितों पर भी चर्चा करेंगे. इस दौरान दुबई में पीएम मोदी छठी वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को भी संबोधित करेंगे, इस समिट में भारत को ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ का दर्जा भी दिया गया है.