इतिहास के पन्नो से

Heena Sen
More

हिटलर के जर्मनी का भयानक दौर आज से शुरू हो गया था

  • September 15, 2021

जर्मनी का इतिहास एक भयानक दौर को अपने में समेटे हुए है, जिसमें लाखों यहुदियों को दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया गया था। यही नहीं,...

Sushma Tomar
More

भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा “दूरदर्शन” की शुरुआत पहली बार दिल्ली में हुई थी

  • September 15, 2021

टेलीविजन हमारी ज़िंदगी मे रच बस गया है क्योंकि इसके माध्यम से घर बैठे बिठाए फिल्में, सूचना सम्बन्धी जानकारी या लेटेस्ट खबरें हम तक पहुंच जाती...

Sushma Tomar
More

भारत के कालीकट में उद्योग स्थापित करने वाला पहला पुर्तगाली:पेड्रो अल्वारेस कैब्रेल ।

  • September 13, 2021

13 सितंबर 1500 का समय था, जब पुर्तगाली व्यापारी पेड्रो अल्वारेस कैब्रेल ( Pedro Álvares Cabral  ) ने भारतीय उप महाद्वीप के कालीकट में पहली यूरोपियन...

More

नोआखली हिंसा पर क्या थे महात्मा गांधी के विचार ?

  • September 13, 2021

सम्भव है मुझे नोआखली में कई वर्ष ठहरना पड़े। वे लोग मुझे मार डालें तो इसके लिये भी मैं तैयार हूं। हालांकि मैं जानता हूं कि...

Heena Sen
More

“तैमूर लंग” भारत क्यों आया था ?

  • September 12, 2021

चगताई मंगोलों के खान, ‘तैमूर लंगड़े’ उर्फ तैमूरलंग का एक ही सपना था,  चग़ेज़ खान की तरह पूरे यूरोप और एशिया पर हुकूमत करना।  लेकिन चंगेज...

Asad Shaikh
More

मुग़ल बादशाह रक्षा बंधन का त्यौहार मनाते थे?

  • August 23, 2021

भारत का इतिहास जितना पुराना है उतनी ही इसमें विविधता (Diversity) रही है। मुग़लों का दौर भारत मे 1526 में शुरू होता है,जब बाबर ने दिल्ली...

Sushma Tomar
More

भारत मे जन्मा पाकिस्तानी तानाशाह जिसकी मौत तमाशा बनीं.

  • August 20, 2021

पाकिस्तान के शासन की बात जब भी की जाएगी तो उसमें तख्तापलट और सैनिक शासन को ज़रूर जोड़ा जाएगा। ये बात जग जाहिर है की पाकिस्तान...

More

कैसे एक पत्र के जरिए अहिल्याबाई ने जीत लिया पेशवा से युद्ध

  • August 16, 2021

भारत के इतिहास में कई ऐसी वीरांगनाएं हुई हैं, जो न केवल अपने साहस के लिए जानी जाती हैं बल्कि महिला सशक्तिकरण , समाज सुधारों और...

Sushma Tomar
More

विदेश में स्वाधीनता आंदोलन का ध्वज लहराने वाली भीकाजी काम 

  • August 15, 2021

भारत से ब्रिटिश साशन को उखाड़ फेंकने और एक आज़ाद भारत की नींव रखने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी ऐड़ी चोटी का ज़ोर लगाया था।...