मोरबी पुल ढहने के मामले में ट्वीट करना पड़ा महंगा, तृणमूल प्रवक्ता साकेत गोखले गिरफ्तार

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तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा है कि मोरबी पुल ढहने पर गोखले के एक ट्वीट को लेकर गुजरात पुलिस ने गिरफ्तारी की है।

ओ ब्रायन ने कहा कि आरटीआई कार्यकर्ता से राजनेता बने साकेत गोखले दिल्ली से जयपुर जा रहे थे। जब वह उतरे तो गुजरात पुलिस हवाई अड्डे पर उनका इंतज़ार कर रही थी, और वहाँ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने इस दौरान कथित तौर पर अपनी मां को फोन किया और उन्हें इस घटनाक्रम के बारे में सूचित किया और कहा कि उन्हे अहमदाबाद ले जाया जा रहा है, जहां वह आज दोपहर पहुंचेगे।

इस फोन कॉल के बाद उनका फोन जब्त कर लिया गया, साथ ही उनका सामान भी जब्त कर लिया गया। तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इसे ‘मनगढ़ंत मामला’ करार दिया है और कहा कि भाजपा द्वारा राजनीतिक बदले की कार्यवाही की जा रही है, इसे दूसरे स्तर पर ले जाया गया है।

हालांकि तृणमूल सांसद ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह किस ट्वीट के बारे में बात कर रहे थे, लेकिन पीआईबी ने हाल ही में गोखले के एक ट्वीट की फैक्ट चेक की थी। ट्वीट में गोखले ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुछ घंटों की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च हुए।

30 करोड़ रुपये में से 5.5 करोड़ रुपये केवल ‘स्वागत, इवेंट मैनेजमेंट और फोटोग्राफी’ के लिए थे। उन्होंने इसकी तुलना 135 पीड़ितों के परिजनों को मिली चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि से की, जो कुल पांच करोड़ रुपये है। उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘सिर्फ मोदी के इवेंट मैनेजमेंट और पीआर से 135 लोगों की जान चली गई। पीआईबी ने ट्वीट की फैक्ट चेक की और कहा कि दावा गलत है और ऐसा कोई आरटीआई जवाब जारी नहीं किया गया था।

मोरबी पुल हादसे में 30 अक्टूबर को पुल ढहने से 130 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। रखरखाव में चूक के कारण पुल ढह गया। यह भी पाया गया कि नए मेटल फर्श ने पुल के वजन को बढ़ा दिया था। इसके अलावा, मरम्मत करने वाले ठेकेदार इस तरह की मरम्मत और नवीकरण करने के लिए योग्य नहीं थे। इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

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