क्या आपने इतिहास पढ़ा है? हां वही पानीपत का युद्ध, चौसा का युद्ध और बक्सर का युध्द वही, लेकिन आपने कभी किसी ऐसे युद्ध के बारे में पढ़ा है जिसमें एक हमले में 1.40 लाख लोग मारे जाए? ये सोच कर ही ही घुटन महसूस होने लगती है। लेकिन ऐसा हुआ है, आज से ठीक 76 साल पहले हुआ है।
कहाँ हुआ है? जापान में हुआ है आज ही के दिन 6 अगस्त 1945 को हुआ था । जहां ये परमाणु हमला हुआ था उस शहर का नाम था “हिरोशिमा”,इस परमाणु हमले ने क़रीबन 1.40 लाख लोग मारे गए थे। सिर्फ इतना ही नहीं जब ये हमला हुआ था उसके बाद लगातार पूरे शहर में काली बारिश हुई थी और शहर जल कर खाक हो गया था।
ये परमाणु हमला इतना भयंकर था कि न सिर्फ जापान बल्कि पूरी दुनिया इस भयंकर और क्रूर हमले से थर्रा गयी थी। क्यूंकि ये पहला मौका था जब परमाणु बम का इस्तेमाल करते हुए अपनी ताक़त का शक्ति प्रदर्शन किया गया था।
ये परमाणु हमला हुआ क्यों था?
साल 1945 में दूसरे विश्व युद्ध निर्णायक दौर में पहुंचने वाला था। मित्र देशों की जीत लगभग तय हो चुकी थी।जर्मनी ने पहले ही आत्मसमर्पण कर दिया था और सिर्फ जापान ही था जो मित्र देशों को टक्कर दे रहा था। अगर यूँ कहें कि अकेला लड़ रहा था, तो ये सही होगा।
जुलाई 1945 में अमेरिका के राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल और सोवियत संघ के नेता जोसेफ स्टालिन जर्मनी के शहर पोट्सडम में मिले। यहां ही ये खौफनाक प्लान तय हुआ कि अगर जापान बिना किसी शर्त के समर्पण नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगें।
लेकिन ये सख्त कदम क़रीबन डेढ़ लाख लोगों की जान लेगा, एक शहर में रह रही आबादी को खत्म कर देगा, तबाह कर देगा। इतना ही नहीं आने वाली कई पीढ़ियों तक इस परमाणु हमले के निशान देखें जायेंगें, ऐसा किसी ने नहीं सोचा था। लेकिन अमेरिका और मित्र राष्ट्रों ने जीत के नशें में चूर ये करके दिखाया।
पहली और आखरी बार हुआ था परमाणु हमला।
विश्व के इतिहास में पहली और उम्मीद रखते हैं कि ये आखिरी बार ही था जब परमाणु बमों का इस्तेमाल किया गया था, और इंसानी इतिहास में इतना दर्दनाक हमला इसके बाद और न इससे पहले ये हमला कभी हुआ था। 1939 से लेकर 1945 चले दूसरे विश्वयुद्ध में परमाणु हमला हुआ था जब अमेरिका ने जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर हमला किया था।
अमेरिका ने पहला परमाणु बम 6 अगस्त 1945 को Hiroshima पर और दूसरा 9 अगस्त 1945 को Nagasaki में गिराया था। जहां हिरोशिमा में 1.40 लोग मारे गए थे वहीं 3 दिन बाद गिराए गए नागासाकी में क़रीबन 70 लाख लोग मारे गए थे।
आज भारतीय संसद में किया गया है ज़िक्र।
आज भारतीय संसद के लोकसभा में परमाणु बम गिराये जाने की घटना का उल्लेख किया गया है। लोकसभा स्पीकर ओम प्रकाश बिरला ने कहा कि इस घटना में दोनों शहरों में हजारों लोगों की मृत्यु हो गई थी और सैकड़ों लोग पंगुता के शिकार हुए । इसके कारण हुए परमाणु विकिरण के दुष्प्रभाव से आज भी लोग प्रभावित हैं । लोकसभा अध्यक्ष ने कहा ‘‘आइये, हम नरसंहार के हथियारों को नष्ट करने और विश्व में शांति एवं भाइचारे को बढ़ावा देने का संकल्प लें।