श्रीनगर में हुए एक हादसे में गोली लगने से सैनिक निलेश धाकड़ की मौत हो गई थी. गुरुवार सुबह उनकी पार्थिव देह देवास पहुंची. धाकड़ पांच साल पहले सेना में भर्ती हुए थे. वर्तमान में उनकी पोस्टिंग श्रीनगर में थी. सोनकच्छ तहसील में स्थित उनके गृहग्राम घिचलाय में निलेश धाकड़ को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. गांव के रास्ते में जगह-जगह अंतिम विदाई देने के लिए 50 से अधिक मंच बनाए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक निलेश के परिवार में माता नर्मदाबाई, पिता सुखराम (55), एक बड़ा भाई रजनीश धाकड़ व एक बड़ी बहन सरिता धाकड़ है. निलेश की शादी अप्रेल-मई 2018 में होना तय हुई थी. निलेश की सगाई हाटपीपल्या क्षेत्र के ग्राम बरखेड़ासोमा में हुई थी.
शहीद जवान नीलेश धाकड़ की मंगेतर ने फांसी लगातर खुदकुशी कर ली. नीलेश धाकड़ की मौत की खबर को वो बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने मौत को गले लगा लिया. नीलेश की मंगेतर ज्योति उर्फ रानी धाकड़ ने जैसी ही उनके मौत की खबर सुनी वो सन्न रह गई और गुमसुम रहने लगी. वो इतने सदमे में आ गई कि उसने खाना-पीना तक छोड़ दिया. हाटपीपल्या के बरखेड़ासोमा गांव में नीलेश की मौत के गम को बर्दाश्त नहीं कर पाई और आखिरकार उसने कमरे में पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली.
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