महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी राजसमंद राजस्थान में हुई घटना पर अपने आप को रोक नहीं पाए. उन्होंने विचलित होते हुवे ट्वीट किया – के अगर हम सभ्य समाज होने का दावा करते हैं तो हमें इस समय इन्साफ करना होगा. उन्होंने भारतीय मीडिया की गैर ज़िम्मेदारी वाली रिपोर्टिंग पर भी आपत्ति जताई. कहा के एक ठन्डे कलेजे से की गयी हत्या को टेलीविज़न का ड्रामा बना कर पेश किया जा रहा हे
Turning cold-blooded murder into a televised drama shows a diseased mind of unimaginable magnitude. If we are to lay any claim to being a civilised society, then justice for this act must be delivered decisively & swiftly.. https://t.co/53FjUz6p4w
— anand mahindra (@anandmahindra) December 8, 2017
राजसमंद राजस्थान की इस घटना से मुस्लिम समुदाय में एक भय का माहौल देखा जा रहा है, घटना की सर्वत्र निंदा की जा रही है . इसी कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने फ़ेसबुक पोस्ट करके इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी. ओम थानवी लिखते हैं –
राजसमंद (उदयपुर) में लव-जेहाद के नाम पर एक मुसलिम मज़दूर की हत्या एक सिरफिरे बदमाश ने विडियो बनवाते हुए ऐसे की मानो बहादुरी का काम करने जा रहा हो। उचित ही उसकी थू-थू हो रही है।
लेकिन ‘लव-जेहाद’ का गंदा आरोप या विचार उछाला किसने था? किन लोगों ने हिंदू युवतियों के ख़िलाफ़ मुसलिम युवकों को प्यार के नाम पर कथित लव-जेहाद का साज़िशी ठहरा कर अपनी मुसलिम-विरोधी ललकार का निशाना बनाया? सहज प्रेम को जेहाद ठहरा कर न सिर्फ़ प्रेम-मोहब्बत की हत्या की, बल्कि हिंदू युवकों को सरेआम हत्याएँ करने को उकसाया?
इसलिए असल गुनहगार वे लोग हैं, जिन्होंने यह ज़हर भरा। अब वे – हमेशा की तरह – चुप हैं। चुप भी। ख़ुश भी?