कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने आज ट्वीट करके ऐलान किया है की वो किसानों के साथ हैं,और उनका ये ऐलान भाजपा के सरकार के लिए खतरे की घण्टी बन सकता है ,क्योंकि अभी तक किसी भी राष्ट्रीय नेता ने इस तरह से केंद्र सरकार के कृषि बिलों खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन का समर्थन नहीं किया था।
राहुल गांधी का ये दांव आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव को ध्यान में रखते हुए भी देखा जा रहा है, क्योंकि किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे “राकेश टिकैत” का संबंध उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िलें के सिसौली गांव से है और राकेश टिकैत अपने संग़ठन भारतीय किसान यूनियन के साथ उत्तर प्रदेश और केंद्रीय भाजपा सरकार पर तीखी टिपणियां करते हुए नज़र आते हैं।
किसान आंदोलन के सहारे चुनावों पर नज़र?
पिछले लगभग 7 महीनों से चल रहे “किसान आंदोलन” का कहना है कि कृषि कानूनों के पास होने के बाद उनका न्यूनतम दामों से किसानों को नुक़सान होगा,अब राहुल गांधी के समर्थन देने के बाद किसानों के इस आंदोलन को अब और ज़्यादा ताक़त मिलने की आशंका लगाई जा रही है।
राहुल ने ट्वीट में लिखा है कि “सीधी सीधी बात है हम सत्याग्रही अन्नदाता के साथ हैं” और साथ मे उन्होंने #FarmersProtest हैशटैग का इस्तेमाल भी किया है, उनके इस ट्वीट को 1 घण्टे के अंदर अंदर करीबन 25 हज़ार लोग प्रतिक्रिया दे चुके हैं,जिसके बाद कोरोना के कारण ठंडे पड़े किसान आंदोलन दोबारा जान डल जाएगी।
सीधी-सीधी बात है-
हम सत्याग्रही अन्नदाता के साथ हैं।#FarmersProtest— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 26, 2021
क्या होगा इस ट्वीट के असर?
दरअसल कांग्रेस पार्टी बहुत जोर शोर से यूपी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं,जिसका नेतृत्व प्रियंका गांधी कर रही हैं,खबर ये है कि उन्होंने क़रीबन 50 नेताओं को चुनाव लड़ने को लेकर हरी झंडी दे दी हैं,जिनमें कुछ विधायक और युवा तेज तर्रार नेता शामिल हैं।
लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं,और राहुल गांधी उसी चुनाव की तैयारियों को लेकर बिसात बिठा रहे हैं,जिसका असर आने वाले वक्त में हो सकता है,और ये भी हो सकता है कि प्रियंका गांधी भी आने वाले कुछ महीनों में यूपी में पूरी तरह से एक्टिव हो जाएं।