आरपीएन सिंह के पार्टी छोड़ने पर झारखंड कांग्रेस कार्यालय में दीवाली मन रही है। वहां जम कर आतिशबाजी हुई। असल में यह कांग्रेस हाईकमान की लापरवाही और निकम्मेपन के धमाके हैं। जब खुद मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन कांग्रेस नेतृत्व को कह रहे थे कि आरपीएन की भूमिका संदिग्ध है और उन्हें वहां बैठाए रखा गया।
Firecrackers bursted by Happy Congress Workers at Congress Headquarter in Ranchi after RPN Singh Ex Incharge Jharkhand leaves Congress!
Gazab Beizati Hai Yaar @SinghRPN 😂
A great message to the leaders who believe @INCIndia will get weakened if they leave! pic.twitter.com/WgBs4608i4— Gulvinder (@rebelliousdogra) January 25, 2022
काँग्रेस के नेताओं का पार्टी छोड़ना, कोई ज्यादा नयी बात नहीं होती मीडिया के लिए, पर जिस तरह झारखंड में आरपीएन सिंह के पार्टी से जाने का जश्न मनाया गया वो ध्यान खींचने वाला ज़रूर हैं।
पिछल एक साल से ज्यादा से बीजेपी के साथ सांठ-गांठ कर आरपीएन सिंह जी झारखंड की कांग्रेस-जेएमएम सरकार को अपदस्थ कराने की कोशिश कर रहे थे। पार्टी नेतृत्व को लगातार इस बारे में आगाह भी किया गया था। इनके बीजेपी जाने से झारखंड का हर सच्चा कांग्रेसी खुश है। @RahulGandhi @kcvenugopalmp
— Amba Prasad (@AmbaPrasadINC) January 25, 2022
आरपीएन, झारखंड काँग्रेस के प्रभारी थे और पार्टी के कई सीनियर नेताओं के बीच में उनके पार्टी छोड़ने और बीजेपी जॉइन करने की चर्चा तब से चल रही थी जबसे जितेंद्र प्रसाद गए थे।
प्रसिद्ध राजनीतिक विश्लेषक रशीद किदवई ने भी पिछले साल जून में अपने एक लेख में आरपीएन के बीजेपी में जाने की बात लिखी थी।
आज जब आरपीएन ने अपना काँग्रेस छोड़ने का लेटर ट्वीट किया तो उसके बाद झारखंड के दो एमएलए— अम्बा प्रसाद और इरफान अंसारी ने खुल कर ब्यान दिया के पूर्व प्रभारी बहुत पहले से झारखंड में सरकार गिराना चाह रहे थे और कई पार्टी के एमएलए को इसके लिए बोल चुके थे।
#WATCH | RPN Singh was an intruder who looted Jharkhand as long as he was here. He was on a mission by BJP to destroy Congress in the state… He took money for party tickets… He misguided the high command: Congress MLA Irfan Ansari pic.twitter.com/tCSOA0KjaB
— ANI (@ANI) January 25, 2022
जामताड़ा विधायक इरफान ने तो पैसे लेकर टिकट बाँटने और उनके पिता को गोड्डा से एमपी चुनाव में टिकट नहीं देने का भी आरोप लगाया।
मध्य प्रदेश के आदिवासी नेता उमंग सिंघार जो झारखंड के प्रभारी थे, ने तो अपने ट्वीट में आरपीएन को लूज़र तक लिख डाला।
Hon'ble Congress President has appointed Shri Avinash Pandey as General Secretary Incharge of Jharkhand with immediate effect. pic.twitter.com/82XORPyeHo
— INC Sandesh (@INCSandesh) January 25, 2022
प्रदेश प्रचार प्रभारी का कहना है कि “हम लोगों को इसका अनुमान इतना ज्यादा था के जब पार्टी के तरफ से छब्बीस जनवरी (गणतन्त्र दिवस) का विज्ञापन अख़बार और चैनल में दिया जा रहा था तो उसमें आरपीएन की तस्वीर नहीं दी गयी थी।” अब कांग्रेस ने अविनाश पांडे को प्रभारी बनाया है।