सह और मात के इस खेल में रोज रंग बदलती गुजरात की राजनीति में पूरा देश दिलचस्पी ले रहा है. गुजरात में चुनावी माहौल गर्मागर्म चल रहा है दोनों मुख्य पार्टियों ने ताबड़ तोड़ रैलियों के द्धारा आरोप प्रत्यारोप और वादे भी खुब किये है.
इसी क्रम में मंगलवार को राहुल गाँधी की गुजरात के कच्छ में चुनावी रैली हुई. रैली को संबोधित करते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि, मैं पीएम मोदी के भाषणों को सुन रहा हूं उनके भाषण में 60 फीसदी हिस्सा मेरे और कांग्रेस के ऊपर ही रहता है. मोदी को समझना चाहिए कि यह चुनाव कांग्रेस या भाजपा के बारे में नहीं है, बल्कि गुजरात और यहां के लोगों के भविष्य के बारे में हो रहे हैं.
I listened to Modi ji's speech yesterday, 60% of his speech was on Congress and me. This election is not about Congress or BJP but about the future of Gujarat and its people: Rahul Gandhi #GujaratElection2017 pic.twitter.com/PqTBljHdc1
— ANI (@ANI) December 5, 2017
राहुल गाँधी ने कहा कि गुजरात में किसानों से मिलकर, सूरत के लोगों से बातचीत कर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला और गुजरात में क्या-क्या बदलना है वो भी यहां सुनने को मिला. उन्होंने कहा कि, ये चुनाव सिर्फ गुजरात की जनता के भविष्य के बारे में है और कल मोदी जी ने अपने भाषण में गुजरात के भविष्य के बारे में कोई भी बात नहीं की. राहुल ने पूछा कि पिछले 22 साल में क्या हुआ? 22 साल से नर्मदा के पानी की बात सुन रहे हैं, क्या आपको नर्मदा का पानी मिलता है?
राहुल गाँधी ने कहा कि गुजरात के किसानों की 45,000 एकड़ जमीन आपसे छीनकर 1 रुपया प्रति मीटर पर एक व्यक्ति को दे दी गई. उसको नर्मदा का पानी दिया, बिजली दी और उसी व्यक्ति ने महीनों बाद आपकी जमीन 3 से 5 हजार रुपये मीटर में बेच दी. जब हिंदुस्तान का किसान अपने कर्ज माफी की बात करता है तो मोदी जी और जेटली जी कहते हैं कि किसान का कर्ज माफ करना हमारी पॉलिसी नहीं है.
राहुल गाँधी ने बीजेपी पर तंज करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में 50 लाख घर बनाने का वादा किया गया था लेकिन सच्चाई ये है कि 5 लाख घर भी नहीं बनवाए गए, क्यों?
राहुल गाँधी ने पूछा कि शिक्षा के मामले में गुजरात हिंदुस्तान के दूसरे प्रदेशों की लिस्ट में 26वें नंबर पर आता है, क्यों? राहुल गाँधी ने कहा कि पीएम मोदी इन सवालों का जवाब नहीं देंगे वो बस बीते हुए समय की बात करेंगे और कांग्रेस पार्टी की बात करेंगे, भविष्य की बात वो नहीं करेंगे.