कम नींद लेना किसी टॉर्चर जितना खतरनाक होता है

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आज की इस भागती – दौड़ती जिंदगी में हर किसी को कम से कम सैकड़ों तनाव, टेंशन के साथ जीना पड़ता है। घर – परिवार, काम – काज, रुपया – पैसा, ऐसे न जाने कितने ही मुद्दे है जिनको लेकर अक्सर लोग टेंशन में जीते है। अगर सेहत की दृष्टि से बात की जाए, तो लोग अक्सर अपने वजन , हाई बीपी, ब्लड शुगर, आदि को लेकर चिंतित रहते है।

मगर इन सब बीमारियों की जड़ एक ही है, वह है नींद की कमी। लोग इतने ज्यादा व्यस्त रहते हैं या यूं कहें कि खुद को व्यस्त कर लेते हैं कि उन्हें अच्छी नींद के फायदे और कम नींद के नुकसान याद ही नहीं रहते हैं।

United nations की रिपोर्ट के अनुसार, “कम नींद लेना सेहत के लिए किसी खतरनाक टॉर्चर जितना हानिकारक होता है। नुकसान का प्रकोप, मनुष्य के शरीर पर, उसके ना सोने के समय के साथ बढ़ता जाता है। अगर 48 घंटे कोई जगह रह जाता है तो उसे Extreme Sleep Deprivation का सामना करना पड़ेगा।

18 घंटे ना सोना 4 बोतल शराब के नशे के बराबर

United Nations द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति 18 घंटे तक लगातार बिना 1 मिनट भी सोए जगा रहता है तो उसके शरीर में BAC (blood alcohol content) की 0.05 % मात्रा खुद से बन जाती है। इतना BAC किसी सामान्य व्यक्ति में 2 घंटे में 4 बोतल शराब पीने से बनती है।

इस 18 घंटे के बाद व्यक्ति को ऐसा लगने लगता है कि वह नशे में है और उसकी खुद ही आखें बंद होने लगती है।

क्या होगा अगर पूरे एक दिन कोई नींद न ले?

अगर कोई भी व्यक्ति पूरे एक दिन यानि 24 घंटे लगातार जगा रह जाए तो यह थोड़ा गंभीर हो जाता है। उसके शरीर में BAC बढ़कर 0.1 % हो जाता है। इससे दिमाग में मौजूद neuron cells आपस में ठीक तरीके से कॉर्डिनेट नहीं करते है।

अक्सर ऐसे cases में व्यक्ति को ऐसा लगता है कि उसने दो – तीन धुंधले चस्मे एक साथ पहने हो। जो वह सोचता है और जो वह कर रहा होता है, दोनों में ताल मेल नहीं बैठता है।

36 घंटे तक न सोने से बीमारी का खतरा

36 घंटे तक अगर व्यक्ति बिना सोए जागे रहे तो उसके गंभीर रूप से बीमार पड़ने का खतरा बना रहता है। इतने वक्त के बाद दिमाग और शरीर इतना कमजोर हो जाता है कि उसके अंदर किसी चीज से लड़ने की ताकत नहीं बचती है।

इस समय में व्यक्ति को छोटी-छोटी झपकियां आनी शुरू हो जाती हैं। यह 30 सेकंड की होती है, जो उसे पता भी नहीं चलती है। ऐसी स्थिति काफी जानलेवा साबित हो सकती है, खासकर अगर व्यक्ति गाड़ी चला रहा हो। व्यक्ति को visual distortion का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी ऐसा लगता है कि ऐसा कोई जो आपके पास मौजूद नहीं है आपको आवाज दे रहा है या फिर आप को छू रहा हो।

क्या होगा अगर 2 दिन ना सोए कोई?

2 दिन बिना सोए रहने से व्यक्ति का वास्तविकता पर से पकड़ छूटने लगता है। लोग काफी हद तक मायावी दुनिया में चले जाते हैं और वह चिड़चिड़ापन, तनाव और घबराहट का शिकार बन जाता है।

3 दिन ना सोने पर खाना और कपड़े पहनना भी नामुमकिन

72 घंटों तक जागे रहने से आंख और दिमाग पर काफी गहरा असर पड़ता है। कपड़े पहनना और कुछ खाना भी भारी पहाड़ तोड़ने जैसा लगने लगता है। व्यक्ति अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने की भी शक्ति खो देता है। उसे खुद मालूम नहीं होता कि वह हंस रहा है, या रो रहा है, या गुस्सा है या फिर दुखी है।

इस समय व्यक्ति मायावी दुनिया में खो कर किसी एक वस्तु को अपने सामने देखता है, जैसे कोई दूसरा व्यक्ति, जानवर, आदि। United Nations की स्टडी में तो ऐसे नतीजे सामने आए जिसमें दो लोगों के बीच मायावी दुनिया बंटी हुई थी।

96 घंटे के बाद खत्म हो जाती है वास्तविक दुनिया

96 घंटों के बाद व्यक्ति पूरी तरह से वास्तविक दुनिया छोड़कर मायावी दुनिया में चल जाता है। इस समय व्यक्ति sleep deprivation psychosis की हालत में पहुंच जाता है।

इतिहास में ऐसी ही एक स्थिति से गुजरी महिला को कई दिनों तक रिकवरी के लिए रखना पड़ा था।

120 घंटे तक ना सोने से जा सकती है जान

120 घंटे के बाद व्यक्ति द्वारा देखी गई मायावी दुनिया ही उसकी वास्तविकता बन जाती है। व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद कर देगा, जिससे शरीर के अंग भी काम करना बंद कर देंगे। कई बार ऐसी हालत में व्यक्ति की जान भी जा सकती है।

इन सब से बचने के लिए व्यक्ति को रोजाना रात में 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।