‘पनौती’ वाली टिप्पणी पर राहुल को चुनाव आयोग का नोटिस, 25 नवंबर तक मांगा जवाब

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नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने राजस्थान के बाड़मेर में एक चुनावी रैली में ‘पनौती’ ( Panauti, Panoti ) शब्द का उपयोग करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) को गुरुवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उस सभा में राहुल ने पीएम का नाम लिए बिना ही इशारों इशारों में उन्हे पनौती कहा था। ज्ञात होकि वनडे क्रिकेट विश्व कप 2023 फ़ाईनल में भारत की आस्ट्रेलिया के हाथों हुई हार के बाद, सोशल मीडिया में पनौती शब्द ट्रेंड में रहा है।

चुनाव आयोग ने राहुल गांधी द्वारा भाजपा सरकार पर लगाए गए आरोपों के लिए भी स्पष्टीकरण मांगा है। हाल के दिनों में उन्होंने ‘उद्योगपतियों के ऋण माफ करने’ के लिए प्रधानमंत्री के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाया हुआ है और उद्योग पतियों की इसी ऋण माफ़ी के ताल्लुक से उन्हें Rahul Gandhi ने ‘जेबकतरा’ भी कहा था।

चुनाव आयोग ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर उच्चतम न्यायालय के दो फैसलों और मद्रास उच्च न्यायालय के एक अन्य फैसले का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता से शनिवार शाम तक जवाब देने को कहा। राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं द्वारा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के खिलाफ भाजपा द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने के एक दिन बाद यह नोटिस जारी किया गया है।

नोटिस में कहा गया है, ‘आपसे अनुरोध है कि आप लगाए गए आरोपों पर अपना स्पष्टीकरण दें और कारण बताएं कि आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए उचित कार्रवाई और संबंधित दंडात्मक प्रावधानों के लिए आयोग द्वारा कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जाए.’ नोटिस में यह भी कहा गया है कि अगर गांधी शनिवार शाम तक जवाब देने में विफल रहते हैं, तो कार्रवाई की जाएगी।

आयोग ने Rahul Gandhi का ध्यान उन नियमों की ओर भी दिलाया है, जिनमें कहा गया है कि, ‘असत्यापित आरोपों या तोड़-मरोड़ कर पेश किए जाने वाली बातों के आधार पर अन्य दलों या उनके कार्यकर्ताओं की आलोचना से बचा जाना चाहिए। ‘ विश्व कप मैच के दो दिन बाद मंगलवार को राजस्थान में एक चुनावी रैली में राहुल ने पनौती शब्द पर कहा कि ” अच्छा भला हमारे लड़के वहाँ पर वर्ल्ड कप जीत जाते, पर पनौती वहाँ पर हरा दिया । मोदी के नाम पर बने अहमदाबाद स्टेडियम में भारतीय टीम की हार के बाद से ही ‘पनौती’ शब्द ऑनलाइन ट्रेंड कर रहा था।