पदमावती फ़िल्म पर हो रहे विवाद दीपिका पादुकोण को दी जा रही धमकियों ने एक बार फिर उस बहस को छेड़ दिया है , कि आखिर दक्षिणपंथी ताक़तें कब तक देश में उत्पात मचाते रहेंगी. कब तक देश का मीडिया इन सांप्रदायिक ताक़तों के हाथ मज़बूत करता रहेगा. इस पूरे विरोध की कमान संभाल रहे राजपूत संगठन करणी सेना ने फ़िल्म में महारानी पदमावती का किरदार निभा रही अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को नुकसान पहुँचाने की धमकीदी है, दीपिका को नाक काटने की भी धमकी मिली है. जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने उनकी सुरक्षा को बढ़ा दिया है.
The attack on @deepikapadukone and the threats to maim her are beyond repulsive. But the media must reflect on the space its given to the very Fringe its condemning today. Lawless Hoodlums & their threats dont deserve the legitimacy of prime time.
— barkha dutt (@BDUTT) November 16, 2017
इस पूरे केस को सांप्रदायिक रंग देने की भर पूर कोशिश की जा रही है,राजनीतिक बयानबाजी भी चालू हो चुकी है. भाजपा पूरी तरह से दक्षिणपंथी ताक़तों के साथ मज़बूती से खड़ी नज़र आ रही है. इसी सिलसिले में पत्रकार बरखा दत्त ने ट्वीट करते हुए कहा कि “ दीपिका पादुकोण के ऊपर किये जा रहे हमले और दक्षिणपंथियों के द्वारा उन्हें अपाहिज बनाने की दी गई धमकी इग्नोर करने लायक नहीं है. याद रहे कि इन दक्षिणपंथियों को मीडिया ने ही अपनी गलती से चढ़ाया है. ये गुंडे और इनकी धमकियाँ इस लायक नहीं हैं कि इन्हें प्राईम टाईम पर जगह दिया जाए.
बरखा के इस ट्वीट को मेंशन करते हुए एक्टिविस्ट एवं जेएनयू की रिसर्च स्कॉलर शहला राशिद ने ट्वीट करते हुए कहा कि – इन्ही तथाकथित दक्षिणपंथियों ने गौरी लंकेश को मारा. मीडिया को इन्हें एक्सपोज़ करना चाहिए. कि कैसे सरकारें इन दक्षिणपंथियों को संरक्षण दे रही हैं. अब ये दक्षिणपंथी यूपी में मुख्यमंत्री है. भाजपा में केन्द्रीय प्रवक्ता हैं, और साध्वी निरंजन ज्योति जैसे लोग केन्द्रीय मंत्री भी हैं.
Gauri Lankesh was also murdered by this so-called 'fringe'. What media should be doing is, expose how the fringe is being protected and patronized by the govt. The 'fringe' is now Chief Minister in UP, spokesperson of BJP, in the Union Council of Ministers like Niranjan Jyoti. https://t.co/JypUyPqjeu
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) November 17, 2017
बरखा के इस ट्वीट को जब शेहला ने मेंशन करके ट्वीट किया तो शेहला और बरखा के रिप्लाई में कुछ अच्छे तो कुछ विरोध में ट्वीट आये. पर तब अति हो गयी, जब शहला को पाकिस्तानी और अन्य नामों से संबोधित कर ट्रोल किया जाने लगा .
ञात हो, कि ये पहली बार नहीं है. जब किसी कलाकार को धमकी दी गयी हो. पूर्व में देखा गया है, कि कलाकार,खिलाड़ी, समाजसेवी एवं अन्य एक्टिविस्ट को भी जान से मारने की धमकियां दी गयीं. कुछ को तो धमकी देने के बाद मार भी दिया गया. सहमति और असहमति अपनी जगह है. आखिर सवाल ये है, कि कब तक दक्षिणपंथी ताकतों को झेलेगा देश.