न्यूयार्क:डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध में मारे गए मुस्लिम अमेरिकी सैनिक के पिता को फटकारते हुए कहा कि उन्होंने हजारों रोजगारों का सृजन किया है और सवाल उठाया कि क्या सैनिक की मां को कभी बोलने की भी ‘इजाजत’ दी जाती है।
सैनिक के पिता ने रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्होंने ‘देश के लिए कोई बलिदान नहीं दिया है।’ सैना के कैप्टन हुमायूं खान के अभिभावकों पर ट्रंप ने समाचार चैनल के जरिए जो टिप्पणी की है, उसकी चौतरफा आलोचना हुई है। उनकी डेमोकेट्रिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन समेत खुद ट्रंप की पार्टी ने उनके इस बयान की आलोचना की है।
एबीसी न्यूज के साथ साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, ‘यह किसने लिखा है? क्या हिलेरी के पटकथा लेखकों ने ऐसा लिखा है? मुझे लगता है कि मैंने कई त्याग किए हैं। मैं बहुत, बहुत ज्यादा मेहनत करता हूं।’ हुमायूं के पिता खिज्र खान ने फिलाडेल्फिया में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में अपने बेटे के लिए मरणोपरांत ब्रांज स्टार और पर्पल हार्ट पुरस्कार स्वीकार करते हुए देशभर के दर्शकों को संबोधित करते हुए जो भाषण दिया था, उसमें उन्होंने अमेरिका में मुस्लिमों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने की मांग करने वाले ट्रंप पर सीधा हमला बोल दिया था। हुमायूं साल 2004 में इराक में हुए आत्मघाती हमले में मारे गए थे। उनके पिता ने 70 वर्षीय रियल एस्टेट कारेाबारी ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा था, ‘जाइए, उन बहादुर देशभक्तों की कब्रों को देखिए, जिन्होंने अमेरिका की रक्षा करते हुए अपनी जान दे दी।