हिमाचल प्रदेश की विधानसभा सीटों के नतीजे भाजपा के पक्ष में हैं पर वहीं, पहाड़ी राज्य में पार्टी को एक बड़ा झटका भी लग सकता है.
प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के राजेंद्र राणा से सुजानपुर सीट पर पीछे चल रहे हैं.
खास बात यह है कि इस सीट से धूमल को पछाड़ने वाले राजेंद्र राणा उनके ‘राजनीतिक चेले’ रहे हैं. अब बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि अगर धूमल को इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा तो पार्टी की तरफ से राज्य में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा?
दरअसल, कभी धूमल से ही राजनीति की ए,बी,si सीखने वाले राजेंद्र इस चुनाव में कांग्रेस की तरफ से मैदान में थे, जिन्होंने इन चुनावों में जीत के लिए अपने ‘पॉलिटिकल गुरु’ के खिलाफ पूरा दम-खम लगाया था और वे इसमें सफल भी होते दिख रहे हैं.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, प्रेम कुमार धूमल के हारने के बाद पार्टी की तरफ से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राज्य में पार्टी के प्रमुख चेहरों में से एक जेपी नड्डा मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं.
इन वजहों से नड्डा बनाए जा सकते हैं मुख्यमंत्री…
- इसकी वजह यह बताई जा रही है कि पार्टी के पास दूसरा कोई वरिष्ठ नेता राज्य में नहीं है, जिसे मुख्यमंत्री बनाया जा सके.
- अहम बात यह भी है कि जेपी नड्डा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की पसंद माने जाते हैं.
- उनको राज्य बीजेपी का अध्यक्ष बनाए जाने का रास्ता पहले ही साफ हो चुका था.
- जेपी नड्डा को अमित शाह के अलावा पीएम मोदी का भी समर्थन प्राप्त है.