राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के बाद 12 नवंबर की शाम को उद्धव ठाकरे ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया से बातचीत की। कांग्रेस और एनसीपी से बातचीत पर सवाल किये जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने खुलासा किया कि कल मतलब 11 नवंबर से शिवसेना की एनसीपी व कांग्रेस से बातचीत शुरू हुई है।
जब एक पत्रकार ने उद्धव का कांग्रेस के साथ जाने पर और फिलहाल सरकार के गठन कर पाने पर सवाल किया तो, उद्धव ठाकरे ने साफ शब्दों में कहा कि तीनों दल बैठकर कॉमन मिनीमम प्रोग्राम बनाकर सरकार का गठन करेंगे। आपको क्यों इतनी जल्दबाजी है, राजनीति है, 6 माहिने दिए हैं न माननीय राज्यपाल महोदय ने। बीजेपी ने अपने रास्ते बंद कर लिए हैं।
#WATCH Mumbai: Shiv Sena chief Uddhav Thackeray reacts to a question 'Is the BJP option completely finished?'. Says, "Why are you in such a hurry? It's politics. 6 months time has been given (President's Rule). I didn't finish the BJP option, it was BJP itself which did that…" pic.twitter.com/3pew41hMuF
— ANI (@ANI) November 12, 2019
उद्धव ने कहा कि लोकसभा के पहले भी मैं अलग जा रहा था। बीजेपी सामने से आई, मैंने भी उनकी भावना का आदर किया सम्मान किया। और तब पूरे देश में ऐसा माहौल था, कि बीजेपी की सरकार नहीं आएगी, ज़्यादा से ज्यादा 210, 200, 220 सीटें आएंगी। और उस अंधेरे में मैं उनके साथ गया। तो बीजेपी ने मेरे से युति खत्म की है।
उद्धव ने फिर भाजपा को उस व्यक्त हुई बातों को याद कराते हुए कहा कि, बात उस व्यक्त हुई थी। अमल करो ! उन्होंने बीजेपी के उन शब्दों का जिक्र किया कि जब भाजपा ने सरकार नहीं बनाने का ऐलान किया था। तब उन्होंने हमें शुभकामना दी थी आघाडी के साथ जाने के लिए। अब हमें उनकी भावना का सम्मान करना चाहिये कि नहीं।