उतर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ऐसी घटना घटी है जिसे सुन कर आपकी रूह कांप जाएगी. एक कैंसर पीड़िता के साथ एक ही दिन में दो बार रेप की वारदात को अंजाम दिया गया. पहले तो महिला के एक जानकार ने उसे बाइक पर घुमाने के बहाने अकेले में ले जाकर उसके साथ घिनौनी वारदात को अंजाम दिया और रास्ते पर छोड़ गया फिर जब महिला ने एक राहगीर से लिफ्ट मांगी तो उसने भी घर छोड़ने के बहाने उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया.
उधर, उत्तर प्रदेश पुलिस महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए ‘नारी सुरक्षा सप्ताह’ चलाकर कार्यक्रम के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर वाहवाही लूटने में जुटी है, वहीं जमीनी स्तर पर पुलिस का ‘सुरक्षा कवच’ खोखला दिखाई दे रहा है. उतर प्रदेश पुलिस महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर पा रही है.
मिडिया खबरों के अनुसार, किशोरी शनिवार शाम 4:30 बजे लेने चिल्लावां बाजार गई थी. यहां उसका परिचित शुभम निवासी रहीमाबाद मिल गया. शुभम उसे नटकुर में एक सुनसान जगह पर ले गया. यहां उसका दोस्त सुमित निवासी रहीमाबाद पहले से मौजूद था. दोनों ने किशोरी से गैंगरेप किया और रात को वे उसे सड़क पर छोड़कर भाग निकले.
उधर से गुजर रहे बुलेट सवार बंथरा के जयसिंहखेड़ा निवासी वीरेंद्र यादव ने उसे बदहवास खड़े देखा तो बाइक रोक दी और वीरेंद्र ने किशोरी को मदद देने का झांसा दिया. किशोरी का भरोसा जीतने के लिए वीरेंद्र ने उसे अपना नाम-पता भी बता दिया. फिर किशोरी को घर छोड़ने के बहाने पुलिया के पास ले जाकर वीरेंद्र ने भी उससे रेप किया और भाग गया.
देर रात किशोरी को देख कुछ राहगीरों ने बिजनौर चौकी पर सूचना दी, तब रात तीन बजे पुलिस पीड़िता को लेकर उसके घर पहुंची. रविवार सुबह पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया. इंस्पेक्टर डीके शाही का कहना है कि वीरेंद्र ने अपना जुर्म कूबूल कर लिया है. सुमित को देर शाम उसके घर से दबोच लिया गया. शुभम की तलाश जारी है.