झारखंड में कश्मीरी व्यापारियों पर हमले के आरोप में तीन गिरफ़्तार

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झारखंड में रहने वाले कश्मीरीयों को दक्षिणपंथी समूहों के द्वारा निशाना बनाने का मामला सामने आया है। कश्मीरी युवाओं को निशाना बनाने का एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें उनसे ज़बरदस्ती नारे लगवाने की कोशिश हुई थी। इसके बाद एक पत्रकार से बातचीत के वीडियो में कश्मीरी युवाओं और व्यापारियों ने यह दावा किया कि दीवाली के बाद से उन पर 4-5 बार हमला हो चुका है। रांची से आये इस वीडियो में ये भी दावा किया गया कि उनसे ज़बरदस्ती “जय श्री राम “ का नारा लगवाने की भी कोशिशें हुई हैं।

घटना के सामने आने के बाद तीन लोगों को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिनपर यह आरोप है कि इन्होंने ही कश्मीरी व्यापारियों को निशाना बनाया था। गिरफ्तारी के बाद रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने कहा कि शनिवार को कश्मीरी कारोबारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके साथ कुछ युवकों ने मारपीट की और जबरन नारे लगवाए। इसके बाद पुलिस ने बीती रात तीन आरोपियों को हिरासत में लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही है।

रांची से आई इस खबर पर कई पत्रकारों और समाजसेवियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ज्ञात होकि पहले भी देश के अलग अलग हिस्सों में कश्मीरी युवाओं के साथ ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। भारत पाकिस्तान के मैचों के बाद और कश्मीर में आतंकी घटनाओं के बाद अक्सर ऐसी घटनाओं की बाढ़ सी आ जाती है। जिसमें कश्मीरी छात्रों को पाकिस्तान समर्थक बताकर उत्तर भारतीय छात्रों के द्वारा उनके साथ मारपीट की घटनाएं अक्सर होती रही हैं।

सोहन सिंह वीडियो ट्वीट करते हुए लिखते हैं – कश्मीरी युवकों के साथ रांची में मारपीट।रांची में गर्म कपड़े का व्यापार करने वाले कश्मीरी युवकों के साथ स्थानीय युवकों ने की मारपीट।कश्मीरी युवकों ने कहा ‘नारे’ लगाने के लिए डाला गया दबाव। कश्मीरी युवकों ने कहा हम भारतीय हैं, हम पर बार-बार हमला क्यों होता है ? #Jharkhand

पत्रकार उत्कर्ष सिंह लिखते हैं – कश्मीरी युवकों से ‘जय श्री राम’ के नारे लगवाने को लेकर मारपीट, पीड़ितों ने कहा- दीवाली के बाद पांचवीं बार हमला हुआ। रांची में शॉल और गर्म कपड़े बेचने वाले कश्मीरियों के साथ मारपीट और गालीगलौज के आरोप में पुलिस ने 3 युवकों को हिरासत में लिया, आरोपियों ने सभी आरोपों से इंकार किया।

भारत समाचार की प्रज्ञा मिश्रा लिखती हैं – थू है ऐसे लोगों पर जो राम के नाम पर इंसान को लहु लुहान करते हैं..कश्मीर वाले अगर नमाज़ पढ़वाने लगें तब क्या होगा..अगर किसी की दूरबीन अभी तक सही सलामत है तो देखे कि क्या हो रहा है और इसकी जाँच कराए..ऐसे लोगों पर कार्रवाई करे..किसे नमाज़ पढ़नी है किसे भजन ये आज़ादी संविधान ने दी है