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जब रेस्टारेंट मालिक ने गुजरात पुलिस को फ्री खाना देने से मना किया

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भावनगर : वैसे तो पुलिस का काम है सुरक्षा करना. नागरिकों की बुरे तत्वों से सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस का होना बेहद ज़रूरी होता है. पर सोचिये यदि वही सुरक्षा करने वाली पुलिस यदि भक्षक बन जाये तो क्या होगा. देश में पुलिसिया ज़ुल्म के अलग-अलग किस्से कई जगह से सुनाई पड़ जाते हैं. ऐसी ही एक ख़बर गुजरात से है, वैसे ऐसे किस्सों के लिए गुजरात कुछ ज़्यादा ही फेमस है. ताज़ा ख़बर गुजरात के भावनगर से है, जहाँ पर पुलिस ने एक रेस्टारेंट मालिक और उसके बड़े भाई व भतीजे को सिर्फ इसलिए मारा कि उसने पुलिस को फ्री में भोजन देने से मना कर दिया था. रेस्टारेंट मालिक राजेश नोदिया के अनुसार उन्हें और उनके बड़े भाई और भतीजे को पुलिस ने न सिर्फ बुरी तरह पीटा बल्कि ऐसा सुलूक किया जैसे वो आतंकवादी हों. राजेश नोदिया ने घटना के सम्बन्ध में सोशल मीडिया में पोस्ट की, जिसके बाद से लोगों में उनके लिए सहानुभूति कि लहर दौड़ पड़ी !
ज्ञात हो राजेश भावनगर जिले में सोनाली रेस्टारेंट नाम से छ रेस्टारेंट चलाते हैं. पुलिस की बर्बरता का वीडिओ वायरल होने के बाद हर तरफ गुजरात पुलिस के इस कृत्य की निंदा हो रही है. गुजराती न्यूज़ चैनल सन्देश ने भी इस सम्बन्ध में अपने चैनल में न्यूज़ दिखाई. जिसके बाद से ये ख़बर चर्चा में बनी हुई है !
राजेश नोदिया ने एक के बाद एक कई पोस्ट फ़ेसबुक में डाली

एक पोस्ट में राजेश ने लिखा –

एक छोटी सी फरियाद करा करपुलिसवालों ने हम लोगो के साथ आतंकवादियों जेसा सलूक किया कल से सभी रेस्टोरेंट बँध करने की धमकियां दी और मेरे बड़े भाई जिनकी उमर साठ साल से भी ज्यादा हे से लेके मेरे अठारह साल के भतीजे तक को अलग अलग रेस्टोरेंट से उठा कर आतंकवादियों से भी बदतर सलूक हम लोगो से किया यहाँ तक की औरतो तक को भी गालियाँ दी और मारा भी और कह कर गये की कल से तुम्हारी एक भी रेस्टोरेंट नही खुलनी चाहिये



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