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टेस्ट क्रिकेट की 5 सबसे धीमी पारियां

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भारत और साउथ अफ्रीका का तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच में पुजारा द्वारा अपने स्वभाव के अनुरूप 53 गेंदों में 90 मिनट तक एक भी रन नहीं बनाने  और 54 वीं गेंद में अपना खाता खेलने की बाद एक रिकॉर्ड कायम हो गया, उनकी यह धीमी पारी इतिहास के पन्नों में धीमी पारियों कि लिस्ट में शामिल हो गई. इसी के साथ जानते है टेस्ट क्रिकेट की 5 सबसे धीमी पारियां.

  1. विश्व क्रिकेट में सबसे भरोसेमंद माने जाने वाले और ‘दीवार’ के नाम से मशहूर रहे राहुल द्रविड़ ने 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए 96 गेंदों पर महज 12 रन बनाए थे. स्ट्राइक रेट था 12.5. इसे टेस्ट क्रिकेट की सबसे धीमी पारियों में से एक माना जाता है. यह मैच ड्रा हुआ था.

ये हैं टेस्ट क्रिकेट की 5 सबसे धीमी पारियांसबसे तेज
2.तेज तरार्र और धाकड़ बल्लेबाज एबी डीविलियर्स  के नाम भी ऐसा ही रिकॉर्ड है. दिल्ली में एबी डीविलियर्स ने दक्षिण अफ्रीकी टीम की हार को टालने की लिए हरसंभव कोशिश की थी.हाशिम अमला और डीविलियर्स ने भरपूर कोशिश कर मैच को ड्रॉ कराने की कोशिश की. डीविलियर्स ने इस दौरान 244 बॉल में सिर्फ 25 रन बनाए. भारत को मैच 337 रन से जीता. उनकी इस पारी की काफी सराहना हुई थी.
ये हैं टेस्ट क्रिकेट की 5 सबसे धीमी पारियां
3.1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने एडिलेड में एक और यादगार पारी खेली. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 528 रन बनाए, जवाब में भारत ने 419 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 331 रन का लक्ष्य रखा. यशपाल शर्मा ने 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान एक पारी में 157 गेंदों पर महज 13 रन बनाए. लेकिन, वह पिच पर डटे रहे.  आखिर में वह भारत के लिए मैच ड्रॉ कराने में सफल रहे.
ये हैं टेस्ट क्रिकेट की 5 सबसे धीमी पारियां
4.पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद ने 1954 में इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में 223 गेंदों पर महज 20 रन बनाए थे. हालांकि उनके साझीदार एक के बाद एक आउट होते रहे और पाकिस्तान की टीम महज 87 रन पर ही सिमट गई. यह मैच ड्रा रहा.
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  1. 1999 में साउथ अफ्रीका के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान मेहमान टीम ने 621 रन बनाए. एलॉट जब न्यूजीलैंड के लिए बैटिंग करने आए तो 9 विकेट पर 320 रन बन गए थे. कीवी टीम को फॉलोऑऩ बचाने के लिए 101 रन की दरकार थी. एलॉट क्रीज पर खड़े रहे और 77 बॉल खेलकर आउट हुए.

ये हैं टेस्ट क्रिकेट की 5 सबसे धीमी पारियां
अब देखने वाली बात यह होती है कि पुजारा कोई नया रिकॉर्ड ऐड करते है या नहीं.