पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने गये पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने उम्मीद जताई है कि इस्लामाबाद में भारत को लेकर सकारात्मक बदलाव आयेगा.
न्यूज़ चैनल एनडीटीवी बातचीत करते हुए उन्होंने कहा – ‘ वह(इमरान खान) सही दिशा में जाएंगे और सकारात्मक कोई भी चीज नकारात्मक चीजों से अच्छी होती है.’ पाकिस्तान में सिद्धू का ज़बरदस्त स्वागत हुआ पर वहां पर पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के गले मिलने के बाद से भारत में उनके खिलाफ नाराजगी है.
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा, ‘यह कोई साधारण बात नहीं है. श्रीमान सिद्धू कोई सामान्य शख्स नहीं है वह पंजाब सरकार में मंत्री हैं. हर भारतीय ने इस बात को गंभीरता से लिया है. सिद्धू को जब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति के बगल में बैठाया गया तो उन्होंने इस पर आपत्ति क्यों नहीं जताई. राहुल जी क्या आपने श्रीमान सिद्धू को पाकिस्तान जाने की इजाजत दी थी क्या उनको तुरंत पार्टी से निकाला जायेगा.’ संबित पात्रा ने पूछा कि जब वह पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगा रहे थे तो क्या उनको सीमा पर शहीद हुये सैनिकों की याद नहीं आई.’
इस पूरे मामले में सिद्धू ने न्यूज़ चैनल NDTV से कहा – कि वहां पर उनके तीनों सेनाओं के प्रमुख आगे की सीट पर बैठे मेहमानों से मिल रहे थे. उसी दौरान पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा आये और हमारे बीच बातचीत शुरू हो गई.
सिद्धू के मुताबिक जनरल ने कहा, ‘मैं जनरल हूं लेकिन क्रिकेटर बनना चाहता था.’ इसके बाद बातचीत में गंभीरता आ गई.
पाक सेना प्रमुख ने कहा, ‘नवजोत हम शांति चाहते हैं.’
सिद्धू ने बताया कि पाक सेना प्रमुख ने कहा कि गुरुनानक के 500वीं जयंती पर करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिये रास्ता खोल दिया जायेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि हम इससे भी अच्छा कुछ करने पर विचार करेंगे. गौरतलब है कि सिख संगठन काफी समय से गुरुद्वारा दरबार साहिब को लेकर भारत सरकार से पाकिस्तान से बातचीत के लिये कह रहे थे.