रणजी ट्रॉफ़ी के इतिहास में ये पहली बार है जब विदर्भ ने खिताब अपने नाम किया है.
- रणजी ट्रॉफ़ी के फाइनल मुकाबला दिल्ली और विदर्भ के बिच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया था.
- इंदौर के होल्कर स्टेडियम में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए, दिल्ली ने पहली पारी में 295 रन बनाए
- जिसके जवाब में उतरी विदर्भ की टीम ने 547 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया.
- विदर्भ को पहली पारी में ही 252 रनों की बढ़त मिली.
इसके बाद अपनी दूसरी पारी में दिल्ली की टीम 280 रनों पर सिमट गई और दिल्ली को मात्र 28 रनों की बढ़त मिल सकी. इसलिए विदर्भ को चौथी पारी में जीत के लिए मात्र 29 रनों का आसान सा लक्ष्य मिला.
- विदर्भ ने 5 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया और रणजी ट्रॉफी 2017-18 का फाइनल अपने नाम लिख दिया.
पूर्व टेस्ट बल्लेबाज़ वसीम जाफ़र ने विजयी शॉट लगाया और इस तरह उन्होंने उस रिकॉर्ड को कायम रखा कि जिस भी रणजी फ़ाइनल में वो खेले, उनकी टीम ने उसे जीता.
- बतौर खिलाड़ी वसीम जाफ़र का ये नौवां रणजी ख़िताब है.
- महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र की टीम इस प्रतिस्पर्धा में साल 1957-58 से खेल रही है.
- रणजी ट्रॉफ़ी के इतिहास में ये पहली बार है जब विदर्भ ने खिताब अपने नाम किया है.
- दिल्ली की टीम सात बार रणजी ट्रॉफ़ी जीत चुकी है.