राजस्थान में गैंगवार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है और दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं. बुधवार दोपहर को राजस्थान के चूरू जिले के सादुलपुर न्यायालय परिसर में घुसकर एक हिस्ट्रीशीटर को गोली मार दी गई.
इस गोलीबारी में न्यायालय के पेशकार मोहर सिंह भी बाल बाल बचे बताए गए हैं. अचानक अंधाधुंध फायरिंग से अफरा-तफरा मच गई व हिस्ट्रीशीटर, उसका एडवोकेट रतनलाल प्रजापत समेत तीन घायल हुए हैं. घायलों को गंभीर हालत में सादुलपुर से हिसार रैफर किया गया है.
दोपहर को न्यायालय परिसर में काफी भीड़ थी. इसी दौरान अचानक गोलियां चलने की आवाज सुनाई देने पर लोगों में अफरा-तफरी मच गई. बाद में पता चला कि कोई अजय जैतपुरा पर गोली चलाकर भाग गया है.
प्रत्यदर्शियो के अनुसार अपराधी अजय जैतपुरा चूरू जिले के हमीरवास थाने का हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में कई मामले में चल रहे हैं.
ज्ञात रहे कि पहले भी इसी कोर्ट परिसर में सुमेर सिंह फगेडिया को गोली मारी गई थी. उस समय सुमेर सिंह भी कोर्ट में पेशी पर आये थे. तब उन्हें गोली मार कर, सुमेर सिंह को घायल अवस्था में ही साथ ले गये थे. ये घटना सन 2000 में घटी थी.
अभी अजय जैतपुरा जमानत पर चल रहा है और बुधवार दोपहर को उसकी सादुलपुर के मिनी सचिवालय स्थित एडीजे कोर्ट में पेशी थी.
अजय जैतपुरा अपने एडवोकेट रतन लाल प्रजापत के साथ पेशी पर एडीजे न्यायालय में पहुंचा था. इस दौरान एक जीप में सवार होकर आए बदमाशों ने न्यायालय परिसर में घुसकर उस पर फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग में अजय जैतपुरा, एडवोकेट रतनलाल प्रजापत व एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है.
इस बात का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है कि अजय जैतपुरा पर फायरिंग क्यों व किसने की. अनुमान लगाया जा रहा है कि आपसी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है.
अजय पर गोली चलाने के बाद बदमाश घटनास्थल पर खड़ी अपनी जीप में सवार होकर मिनी सचिवालय रोड से हरियाणा हाईवे की तरफ चले गए. ऐसे में पुलिस ने हरियाणा बॉर्डर पर सख्त नाकाबंदी करवाई है.
न्यायालय परिसर में फायरिंग की सूचना पर डीएसपी सुरेन्द्र चन्द्र जांगिड़ और एसएचओ भगवान राम मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौका मुआयना कर फायरिंग करने वालों की तलाश में कई टीमें हरियाणा रवाना की है.