जैसे जैसे समय का चक्र चल रहा है और गुजरात के चुनाव की घड़ी नजदीक आ रही है, राहुल गाँधी के तेवर तीखे ही होते जा रहे, इसी क्रम में एक कदम ओर बढ़ाते हुए राहुल गाँधी ने गुरुवार को चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए, मोदी जी और अमित शाह पर सिलसिले वार तंज कसते करते हुए चुटकी ली.
राहुल गांधी ने अमरेली में रैली में भाजपा अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि गुजरात को अमित शाह चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि विजय रूपाणी को शाह अपने रिमोट से चला रहे हैं, जब चाहे चैनल बदल देते हैं.
राफेल डील को लेकर राहुल गाँधी ने कहा कि रक्षा मंत्री गोवा में मछली खरीद रह गये और पीएम मोदी ने फ्रांस जाकर डील ही बदल दी और जिससे सरकारी कंपनी के बजाए राफेल का ठेका अंबानी परिवार की ऐसी कंपनी को मिल गया जिस पर 45 हजार करोड़ का कर्ज है.
राहुल गाँधी ने नोटबंदी पर तंज कसते हुए चुटकी ली और कहा कि , “नोटबंदी का सच ये है कि लग्ज़री गाड़ियों में चलने वाले लोगों ने अपना पूरा काला धन सफ़ेद कर लिया जबकि लाखों लोगों ने अपनी नौकरी गंवाई. महिलाओं ने अपनी बचत का पैसा गंवाया.” राहुल गाँधी ने भाषण में नर्मदा के पानी के सवाल से लेकर नैनो परियोजना तक पर सवाल किये.
राहुल गाँधी ने रैली में किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, मूंगफली, कपास और अन्य किसानों के दर्द का जिक्र करते हुए कहा, मोदी खुद तो प्रधानमंत्री बन गए पर अभी तक उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया.
राहुल गाँधी ने रैली में मौजूद लोगों से मूंगफली के भाव पूछते हुए चुटकी ली कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब हम आपको हजार रुपए मूल्य देते हैं, . अभी आपको क्या मिल रहा है 500 रुपए. मोदी जी ने वादा किया था 1500 रुपए का. यही कपास का हाल है. यहां आकर मोदी जी ने कहा था कि मुझे आप देश का प्रधानमंत्री बनाओ, मैं आपको कपास का 2000 रुपए दूंगा. लेकिन अब वो भाव आपको नहीं मिल रहे और मोदी ने यहां आकर आपसे झूठे वादे किए. उन्होंने जो भी वादे किए किसी को पूरा नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि 1 लाख 20 करोड़ का कर्ज मोदी ने पांच बिजनेसमैनों का माफ कर दिया, परन्तु किसान का कर्ज माफ नहीं करते हैं. हम 10 दिन में कर्ज माफ करेंगे.