पाकिस्तानी सूचना और प्रसारण मंत्री फ़वाद चौधरी ने भारत पर गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने कहा न्यूजीलैंड द्वारा मैच कैंसिल करने के पीछे एक धमकी है, जो भारत के एक डिवाइस से भेजी गई है।
फ़वाद चौधरी ने यह बात इस्लामाबाद में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही थी।फ़वाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मामले के बारे में बात करते हुए कहा कि एक शख़्स ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का चरमपंथी एहसुल्लाह एहसान होने का दावा करते हुए, एक पोस्ट लिखा था।
फ़वाद ने आगे कहा कि अगस्त में एहसान नाम से एक फर्जी पोस्ट की गई थी, जिसमें लिखा हुआ था कि न्यूजीलैंड को अपनी क्रिकेट टीम पाकिस्तान भेजने से बचना चाहिए क्योंकि वहाँ उन्हें निशाना बनाया जाएगा।
भारतीय समाचार वेबसाइट ने छापी आतंकी हमले की खबर
बीबीसी के हवाले से फ़वाद चौधरी ने भारत की एक समाचार वेबसाइट पर आरोप लगाते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर उस फर्जी पोस्ट के बाद भारतीय समाचार वेबसाइट ‘द संडे गार्डियन’ के ब्यूरो चीफ अभिनंदन मिश्रा ने एक खबर छापी थी, जिसमें दावा किया गया था कि न्यूजीलैंड की टीम पर पाकिस्तान में आतंकी हमला होने का खतरा है। चौधऱी ने आगे कहा कि “दिलचस्प बात तो यह है कि अभिनंदन मिश्रा के अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के साथ मज़बूत सम्बन्ध हैं.”
न्यूजीलैंड के खिलाड़ी की पत्नी को मिली थी धमकी
चौधरी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि 24 अगस्त को न्यूजीलैंड के ओपनर मार्टिन गुप्टिल की पत्नी को एक ई-मेल आया था। इस मेल में उनकी पत्नी को धमकी दी गई थी। फ़वाद चौधरी के अनुसार, “जब हमने इसकी जाँच की तो पता चला कि यह ईमेल किसी सोशल मीडिया अकाउंट से नहीं जुड़ा है और इस आईडी से भेजा गया यह एकमात्र ईमेल था।”
चौधरी का कहना है कि यह ईमेल प्रोटोनमेल नाम की एक सुरक्षित सर्विस के द्वारा भेजा गया था। उन्होंने बताया, “इस ईमेल के बारे में ज़्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, हालांकि हमने इंटरपोल से इस बारे में मदद मांगी है।”
पांच खुफिया एजेंसियों के इनपुट के बाद रद्द किया खेल
फ़वाद चौधरी की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले पाकिस्तान के अखबारों में न्यूजीलैंड की मीडिया के हवाले से एक खबर छापी जा रही थी। इस खबर में कहा जा रहा था कि पाँच देशों की ख़ुफ़िया एजेंसियों के इनपुट के बाद न्यूज़ीलैंड की सरकार ने पाकिस्तान में होने वाले क्रिकेट मैचों का दौरा रद्द करने का फ़ैसला कर दिया है।
पाकिस्तान के अख़बार एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के अनुसार न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन की ख़ुफ़िया एजेंसियों के एक संयुक्त संगठन ने अपनी रिपोर्ट में न्यूजीलैंड की टीम पर गंभीर खतरे की आशंका जताई थी। गौरतलब है कि न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीम पाकिस्तानी टीम रावलपिंडी स्टेडियम पहुंची थीं, लेकिन मैच शुरू होने से चंद मिनट पहले सुरक्षा कारणों की बात कह कर मैच को रद्द कर दिया गया।
इसके बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) ने कहा कि पाकिस्तान “बेहतरीन मेज़बान” था लेकिन हमारे लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा “सर्वोपरि” थी। मालूम हो कि न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम 18 साल बाद तीन वनडे और पांच 20-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए 11 सितंबर को पाकिस्तान पहुंची थी।
पीसीबी और क्रिकेट प्रेमी हताश
पाकिस्तानी क्रिक्रेट बोर्ड (पीसीबी) के अनुसार पाकिस्तान ने मैच खेलने आई टीमों के लिए पूरी सुरक्षा का इंतजाम किया था। उसने न्यूजीलैंड क्रिकेट को आश्वासन भी दिया था। पीसीबी ने इस मामले में बात करते हुए कहा कि न्यूज़ीलैंड की टीम अपने प्रवास के दौरन सुरक्षा इंतजामों से संतुष्ट थी, लेकिन आखिरी वक्त पर लिए गए इस फैसले से वह काफी हताश हैं।
पीसीबी को बड़ा झटका तो तब लगा, जब न्यूज़ीलैंड के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम का पाकिस्तान का दौरा भी रद्द हो गया। जिसके बाद वहां के खिलाड़ियों, अधिकारियों व क्रिकेट प्रेमियों में काफ़ी मायूसी है।
ईसीबी की रमीज़ रज़ा ने की आलोचना
लगातार दो देशों की टीमों का दौरा रद्द होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन रमी़ज रजा ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ज ( ईसीबी) के फैसले की काफी आलोचना की थी।
रमीज़ रजा ने कहा कि पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर बहाना बनाया जा रहा है। एक वीडियो के द्वारा बयान जारी किया है, इस बयान में रमीज़ रजा ने कहा कि पश्चिमी देशों का गुट मिलकर ऐसे फ़ैसले लेता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को लेकर इन देशों का नज़रिया नहीं बदला है।
17 सितंबर से 3 अक्टूबर तक खेले जाने थे मैच
आपको बता दें कि पाकिस्तान में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वन डे सीरिज रावलपिंडी स्टेडियम में खेल जानी थी, जिसमें 17, 19 और 21 सितंबर को मैच होने थे। इसके अलावा 25 सितंबर से 3 अक्टूबर तक पांच टी-20 मैच खेले जाने थे। लेकिन सुरक्षा कारणो का हवाला देकर न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड ने अपनी पुरुष और महिला टीम का पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया था।