गुजरात में नई नवेली सरकार के गठन के बाद रूठने का कार्यक्रम भी चालू हो गया. मिडिया खबरों के अनुसार गुजरात के उपमुख्यमंत्री तथा वरिष्ठ पाटीदार नेता नीतिन पटेल ने कथित तौर पर विभागों के आवंटन को लेकर नाराज होने की अटकले लगाई जा रही हैं. इसी वजह से उन्होंने शुक्रवार को अपना कार्यभार ग्रहण नहीं किया.
दरअसल पटेल को दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बनाया गया है. परन्तु उनसे वित्त, नगर विकास और नगरीय आवास तथा पेट्रो रसायन जैसे महत्वपूर्ण विभाग वापस ले लिए गए हैं.
कहा तो यहाँ तक जा रहा है कि अब वह आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं और बीजेपी हाईकमान को 3 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है. पटेल ने कैबिनेट से इस्तीफा देने की बात भी कही है. हालांकि अगले 2-3 दिनों तक वे पार्टी हाईकमान के फैसले का इंतजार करेंगे.
आपको ज्ञात करवा दे कि, 26 दिसंबर को मुख्यमंत्री विजय रुपानी के मंत्रि परिषद के शपथ ग्रहण के बाद गुरुवार देर रात मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया था.
कहा जा रहा है कि इससे पटेल नाराज हैं जिससे गुरुवार को मंत्रिमंडल की पहली बैठक भी चार घंटे की देरी से शुरू हुई.
बाद में मुख्यमंत्री रुपानी के साथ आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भी पटेल पूरी तरह चुप रहे. यह भी बताया जा रहा है कि उन्होंने सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है और वह निजी वाहन से सफर कर रहे हैं.
हाल ही में हुए गुजरात चुनाव में बीजेपी ने 99 सीट जीती थी और कांग्रेस को 80 सीटों से संतोष करना पड़ा था. जीत के बाद बीजेपी ने विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री और नितिन पटेल को उप मुख्यमंत्री चुना था.