मध्यप्रदेश में करीब 2500 से ज्यादा नर्सें बेमियादी हड़ताल पर चली गईं हैं. भोपाल के अलावा इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर में भी नर्सें की हड़ताल शुरू हो गई है. उनके साथ पैरामेडिकल स्टाफ भी हड़ताल में शामिल हो गया है. नर्सों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी होने का आदेश जारी नहीं हो जाते हैं तब तक हड़ताल चलती रहेगी.
- मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल इंदौर के एमवाय अस्पताल में भी नर्सों की हड़ताल के चलते मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. यहां करीब 700 नर्सिंग स्टाफ ने काम बंद कर दिया है।.
- बुधवार को ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में नर्सों ने हड़ताल का अनोखे तरीके से सरकार का विरोध जताया. जयारोग्य अस्पताल की 400 नर्स और 150 पैरामेडिकल स्टाफ में आज अपने मुंह पर मास्क बांधकर विरोध जताया.
- जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल काॅलेज अस्पताल की 400 से अधिक नर्सों ने अस्पताल के बाहर टेंट लगाकर धरने पर बैठी हैं.
दरअसल, सीपीएफ, वेतन विसंगति और सातवें वेतनमान समेत अन्य मांगों को लेकर नर्सिंग स्टाफ आर-पार की लड़ाई का मन बना चुकी है. नर्सिंग स्टाफ को अब मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन और डॉक्टरों का भी समर्थन मिल गया है. वे भी नर्सिंग स्टाफ के समर्थन में अपनी आवाज मुखर कर रहे हैं.