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क्या स्मार्ट सिटी बनाने का वादा भी जुमला था?

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स्मार्टसिटी. प्रधान मंत्री मोदी का मनचाहा प्रोजेक्ट, जिसका परचार नगाड़े पीट-पीटकर किया गया. शहरों को स्मार्ट बनाने की घोषणा भी हुई. उसके लिए बजट भी जारी किया गया.
लें अब जो पीटीआई के हवाले से जो खबर आ रही है, उसमें सब दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. और ये आंकड़े भी अधिकारिक है. इन आंकड़ों के अनुसार 60 शहरों के लिए जारी किये गये 9860 करोड़ के बजट में से मात्र 7 प्रतिशत यानि कि 645 करोड़ रूपये खर्च हुए है, जिनमें खर्च हुए है उनसे कितना लाभ हुआ है, ये भी सोचने वाली बात है!

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