कठुआ में गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के बचाव में रैली करने वाले बीजेपी कोटे से जम्मू कश्मीर सरकार में दो मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मामला और तूल पकड़ गया है. बीजेपी कोटे से मंत्रियों ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के सामने अपने-अपने इस्तीफे की पेशकश की है. अब इस पर अंतिम फैसला पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को ही लेना है.
कहा जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जाएगा और बीजेपी के इस्तीफा देने वाले मंत्रियों की जगह बीजेपी के ही नई चेहरों को शामिल किया जाएगा.
पिछले हफ्ते जब राम माधव जम्मू में थे तभी सभी मंत्रियों को इस्तीफा भेजने के लिए कहा गया था. सूत्रों के मुताबिक़ इससे गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है. जम्मू-कश्मीर में फिलहाल पीडीपी औऱ बीजेपी के गठबंधन की सरकार है.
सरकार के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि राज्य में बीजेपी के मंत्रियों की जिम्मेदारी बदली जानी है. दिन पहले ही राज्य में कठुआ गैंगरेप के आरोपियों के समर्थन में रैली निकालने वाले बीजेपी के दो मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया गया था. ये मंत्री चौधरी लाल सिंह और चंदर प्रकाश गंगा थे.
फिलहाल, बीजेपी कोटे से निर्मल कुमार सिंह, बाली भगत, सज्जाद गनी लोन, चेरिंग दोर्जे, श्याम लाल चौधरी, अब्दुल गनी कोहली, सुनील कुमार शर्मा, प्रिया सेठी और अजय नंदा महबूबा मुफ्ती कैबिनेट का हिस्सा हैं.
राज्य में पीडीपी 28 सीटें जीतकर विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है और बीजेपी 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है. नेशनल कांफ्रेंस 15 सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर है. वहीं कांग्रेस 12 सीटों के साथ चौथे नंबर पर है.
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