तीन देशों के दौरे के आखिरी पड़ाव ओमान के मस्कट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को करीब 200 साल पुराने शिव मंदिर में दर्शन किए. इसके बाद वो यहां की सबसे बड़ी और मशहूर सुल्तान कबूस मस्जिद भी देखी. इसे 3 लाख टन भारतीय बलुआ पत्थर से बनाया गया है. इसके बाद पीएम तीन खाड़ी देशों का दौरा खत्म करके दिल्ली रवाना हो पहुंच गए. रविवार को दोनों देशों के बीच टूरिज्म और मिलिट्री को-ऑपरेशन समेत आठ समझौते हुए. रविवार को ही मोदी ने अबु धाबी में वहां के पहले हिंदू मंदिर की नींव रखी थी.
मस्कट के शिव मंदिर में मोदी ने की पूजा
- मस्कट में मोदी मोतीश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। इसमें शिवलिंग और हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है।
- माना जाता है कि ओमान के 200 साल पुराने शिव मंदिर को कच्छ (गुजरात) के कारोबारियों ने बनवाया है, जो मस्कट में जाकर बस गए थे।
ओमान की सबसे बड़ी मस्जिद भी गए मोदी
- मंदिर में दर्शन के बाद पीएम मोदी मस्कट और ओमान की सबसे बड़ी सुल्तान कबूस मस्जिद भी गए। ओमान के अफसरों ने पीएम को इस मस्जिद की खासियतें बताईं.
- विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन रवीश कुमार ने ट्वीट में कहा, ”ओमान के साथ हमारा पुराना कनेक्शन रहा है। मस्कट की मस्जिद में लगे 3 लाख टन बलुआ पत्थर को भारत के 200 कारीगरों ने तराशा था। यह पत्थर भारत से भेजा गया।”
- बता दें कि इससे पहले अगस्त 2015 में पीएम UAE दौरे पर गए थे। इस दौरान भी वो अबु धाबी की मशहूर शेख जायेद मस्जिद गए थे। यह पहला मौका था जब मोदी किसी मस्जिद में गए हों. इसके बाद अब वो मस्कट की सुल्तान कबूस मस्जिद गए हैं.
CEOs और पीएम से मिले मोदी
मस्कट में मंदिर और मस्जिद जाने से पहले पीएम ने यहां डिप्टी पीएम सैयद असद बिन अल-सैद और बड़े बिजनेस सीईओज से मुलाकात की. मोदी ने सैयद असद से इंटरनेशनल रिलेशन और कोऑपरेशन के मसलों पर चर्चा की.
यह दौरा मरीन स्ट्रैटजी के लिए अहम
मोदी का ओमान दौरा मरीन स्ट्रैटजी रिलेशंस के लिए अहम माना जा रहा है. विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन रवीश कुमार ने ट्वीट के जरिए बताया कि दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती देने के मकसद से पीएम मोदी ने सुल्तान कबूस बिन सैद-अल-सैद के साथ डिलिगेशन लेवल की बातचीत की. दोनों देशों के बीच कारोबार, इन्वेस्टमेंट, एनर्जी, डिफेंस, फूड सिक्युरिटी और रीजनल मामलों में मदद को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई.
’90 पैसे में चाय नहीं आती, हम बीमा दे रहे हैं’
रविवार को ओमान पहुंचने पर मोदी को यहां के डिप्टी पीएम सैयद फहद बिन मोहम्मद अल सईद ने रिसीव किया। प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद पीएम ने मस्कट के स्टेडियम में भारतीय लोगों को संबोधित किया। देश की तीन भाषाओं में लोगों को नमस्कार किया। मोदी ने अपनी स्पीच में कहा, “मैं चायवाला हूं, इसलिए मुझे मालूम है कि 90 पैसे में चाय भी नहीं आती- हम बीमा दे रहे हैं।”
खास बात ये है कि इस स्टेडियम के रॉयल बॉक्स से स्पीच करने वाले मोदी पहले विदेशी मेहमान हैं। इस बॉक्स का इस्तेमाल सिर्फ ओमान के शाह ही करते आए हैं।
‘देश की उम्मीदों को खरोंच नहीं आने दूंगा’
अनेक योजनाएं भारत के सवा सौ करोड़ लोगों की जिंदगी को आसान बना रही है। सरकारें आती हैं-जाती हैं, लोग आते हैं-जाते हैं। अहम ये है कि सरकार किस क्वालिटी की गवर्नेंस दे रही है। स्टाइल ऑफ गवर्नेंस…पहले भी था जिसमें योजनाएं 30-40 साल तक पूरी नहीं होती थीं। मैं गुजरात का सीएम था, सरदार सरोवर डैम पंडित नेहरू जी ने उद्घाटन दिया था, पिछले साल काम पूरा हुआ। बांध बन जाता था, नहरों को पता नहीं था। पुल बन जाते थे, कनेक्टिंग सड़कें नहीं थीं। खम्बे गड़ जाते थे, तार नहीं होते थे.. तार आ गया तो कपड़े सूखते थे.. बिजली नहीं आती थी। ट्रेनों की घोषणा होती थी, पटरी नहीं होती थी, कागज पर भी पटरी को पेंट नहीं किया जाता था। 21वीं सदी में देश ऐसे आगे नहीं बढ़ सकता, उसे बदलना पड़ता है। घोटालों की लंबी लिस्ट से दुनिया में देश की साख को नुकसान पहुंचा था। इस हालात से हम देश को बाहर निकाल कर लाए। 4 साल होने आए, कोई ये नहीं कहता कि मोदी कितना ले गया। मेरे देश के प्यारे भाइयों-बहनों आज मैं सर झुकाकर नम्रतापूर्वक कहता हूं कि देश ने जिन आशाओं और अपेक्षाओं से बैठाया है, उसे कभी खरोंच नहीं आने दूंग
‘मेरे साथ बोलिए- भारत माता की जय’
मोदी ने कहा, “आज मैं मेरे सामने भारत के बाहर ओमान की धरती पर एक मिनी इंडिया देख रहा हूं। देश के अलग-अलग कोनों से आए हुए भारतीय अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले भारतीयों की एक भव्य तस्वीर का निर्माण देख रहा हूं. मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए- भारत माता की जय.”
इससे पहले मोदी जब ओमान पहुंचे तो मस्कट के सुल्तान कबूस स्टेडियम के बाहर भारतीयों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। अनुमान है कि मोदी की स्पीच सुनने और उनकी एक झलक पाने के लिए यहां 20 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे।
ओमान के सबसे बड़े अखबार ‘द टाइम्स ऑफ ओमान’ ने लिखा- इससे पहले किसी विदेशी नेता के हमारे देश के दौरे के वक्त इतना जुनून नहीं देखा गया। एेसा लग रहा है जैसे यहां कोई बहुत बड़ा कलाकार कॉन्सर्ट करने वाला है।
अबु धाबी में किया था पहले मंदिर का शिलान्यास
ओमान से पहले शनिवार को मोदी अबु धाबी पहुंचे थे। उन्होंने रविवार को यहां पहले हिंदू मंदिर का शिलान्यास किया था। 55 हजार वर्गमीटर में बनने वाले इस मंदिर के लिए अबु धाबी सरकार ने जमीन दी है. यह मंदिर स्वामीनारायण संस्था का है. यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) में यह दूसरा मंदिर होगा. अभी यहां इकलौता हिंदू मंदिर दुबई में है. बता दें कि तीन देशों के दौरे पर निकले नरेंद्र मोदी का पहला पड़ाव जॉर्डन, दूसरा फिलिस्तीन और अब तीसरा UAE है.
खाड़ी देशों के संबंध में नई ऊर्जा
भारत और ओमान के बीच संबंध सैकड़ों-हजारों साल पुराने हैं. 5 हजार साल पहले भी गुजरात से लकड़ी के जहाज ओमान आते थे. हजारों वर्षों में व्यवस्थाएं बदल गईं. भारत में गुलामी का कालखंड आया. लेकिन दोनों देशों के बीच कारोबारी संबंध यथावत बने रहे. उन्होंने कहा कि ओमान के विकास में भारत के राष्ट्रदूत यानी भारतवंशियों की भागीदारी रही है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से एक राजदूत होता है, लेकिन देश की तरफ से लाखों राष्ट्रदूत यहां बैठे हैं. हम एक नीति बनाकर खाड़ी देशों के साथ दोस्ती के रिश्तों को एक नए मुकाम पर ले जा रहे हैं. भारत की बढ़ती हुई प्रगति और साख के साथ-साथ खाड़ी देशों की भारत में रूचि लगातार बढ़ रही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जैसे दूध में शक्कर घुल कर उसे मीठा कर देती है, ये गुण हम भारतीयों में भी हैं. ये हमारे संस्कार में है कि पूरी दुनिया को हम अपना परिवार मानते हैं और समय के अनुसार खुद को ढाल कर सभी की परंपराओं का आदर करते हैं. यही वजह है कि दुनिया का नक्शा भले ही बदल गया हो, बड़े-बड़े देश ध्वस्त हो गए हों, लेकिन भारत आज भी तेज गति के साथ आगे बढ़ रहा है.