गुजरात विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी वहां राजनीति सरगर्मी बढ़ी हुई है. कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलने के बाद सत्ता में आई भाजपा अब अंदरूनी कलह से गुजर रही है.
गुजरात में छठी बार सरकार तो भाजपा की बनी पर लगता इस बार मुख्यमंत्री का ताज और पार्टी दोनों के लिये ही काँटों भरा है क्योंकि सब कुछ होने के बाद भी एक के बाद एक मंत्री का रूठना सामने आ रहा है. पहले नितिन पटेल तो अब एक नये मंत्री महोदय ने आग उगल दी. और वो हैं मत्स्य पालन राज्यमंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी.
सोलंकी ने कहा-
“मुख्यमंत्री खुद 12-12 विभाग लिए हुए हैं. मेरा भी अच्छा मान-सम्मान हो ताकि लोगों के साथ न्याय किया जा सके. जहां जाऊं, वहां मुझे इज्जत मिले, ऐसा प्रभावशाली विभाग मिलना चाहिए. मैं लगातार पांच बार से विधायक चुना जा रहा हूं. बावजूद इसके कोई अच्छा विभाग मुझे नहीं सौंपा जाता. हर बार सिर्फ मत्स्य उद्योग विभाग सौंप दिया जाता है. इसको लेकर कोली समाज बहुत नाराज है. विभाग आवंटन के बार में मैंने मुख्यमंत्री के समक्ष बात रखने गया था. शुभकामनाएं देने वालों की भीड़ के चलते मुख्यमंत्री ने मुझे फोन कर बुलाने का आश्वासन दिया है.”
इसके तुरंत बाद वरिष्ठ कैबिनेट मिनिस्टर भूपेन्द्र सिंह चूडास्मा ने उनसे मुलाकात की. चूडास्मा की समझाइश के बाद सोलंकी ने कहा कि, “मैं नाराज नहीं हूं, कोली समाज नाराज है, 45 सीटों पर कोली समाज का प्रभाव है.”
कौन हैं सोलंकी
- पुरुषोत्तम सोलंकी भावनगर के विधायक है.
- परषोत्तम कोली समुदाय के दिग्गज नेता हैं.
- वह इस समय मत्स्य पालन राज्यमंत्री हैं.
- पुरुषोत्तम पांचवीं बार चुनाव जीत कर आए हैं.
- पुरुषोत्तम सोलंकी श्रीकृष्ण कमीशन द्वारा साल 1993 में मुंबई सांप्रदायिक दंगे के आरोपी हैं.
- सौराष्ट्र में कोली समुदाय मजबूत स्थिति में है और 26 फीसदी वोटर्स इस जाति से आते हैं.
- वहां की 45 सीटों पर इस जाति का प्रभाव है.