अमेरिकी ( america) एथलीट ज़ियोंन क्लर्क ( Zion Clark) ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ( Guinness book of World Record) की 2021 की सूची में अपना नाम दर्ज कर लिया है। ज़ियोंन ने अपने हाथों के बल सबसे तेज़ 20 मीटर चलकर विश्व रिकॉर्ड (world record) तोड़ा है।
ज़ियोंन 24 साल के हैं और 4.78 सेकेंड में 20 मीटर हाथों पर चलकर ये रिकॉर्ड बनाया है। ज़ियोंन एक मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक है। वो अपनी स्पीच से लाखों लोगों को प्रेरणा देते हैं। लेकिन अब इस अदभुत उपलब्धि के बाद उनके नाम के साथ दृढ़ संकल्प और साहस जैसे शब्द भी जुड़ गए हैं।
अपने ही स्कूल में तोड़ा रिकॉर्ड
GWR (गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड) की आधिकारिक वेबसाइट ने बताया कि, ज़ियोंन ने अपने हाई स्कूल (जो ओहियो के मैसिलन में स्थित है) में इस रिकॉर्ड को बनाया है। उन्होंने तेज़ गति से चलते हुए 4 मिंट 78 सेकेंड में 20 मीटर की दूरी तय की है।
ज़ियोंन ने रेस हाथों के बल दौड़ी थी। ये उनके लिए एक शानदार उपलब्धि है। वेबसाइट के मुताबिक, ज़ियोंन फरवरी 2021 में भी एक बार रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश कर चुके हैं। लेकिन असफल रहे, इस साल वैश्विक संगठन ने उन्हें आधिकारिक मान्यता दी है।
लाइलाज बीमारी से ग्रसित है ज़ियोंन
हमें अगर छोटी सी चोट भी लग जाती है, तो हम घबरा जाते हैं। लेकिन ज़ियोंन (Zion) का जन्म ही एक लाइलाज बीमारी के साथ हुआ है। यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (US national laibreri of medicine) ने बताया कि ज़ियोंन कॉडल रिग्रेशन सिंड्रोम (codal rigration sindrom) से पीड़ित हैं। इस बीमारी में बच्चा बिना पैरों का पैदा होता है, वहीं उसके शरीर के निचले हिस्से का असमान्य विकास होता है। इस बीमारी में अक्सर रीढ़ की हड्डी गायब होती है, वहीं इसका इलाज भी दुर्लभ है।
ज़ियोंन ने नहीं मानी कभी हार
The indian express के अनुसार, क्लर्क के पैदा होते ही उन्हें गोद लेने के लिए पेश कर दिया गया था। कई घरों ने उन्हें गोद भी लिया लेकिन कहीं भी प्यार नहीं मिला। आखिर में प्यार करने वाली मां के रूप में ज़ियोंन को
किम्बर्ली हॉकिन्स ने गोद लिया। अपनी विकलांगता को उन्होंने कभी अवरोध बनने नहीं दिया। उन्होंने बचपन से अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास किया और अपने हाई स्कूल में वह पहलवान बन कर उभरे।
ज़ियोंन कहते हैं कि “गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर” बनना अच्छा एहसास है। अपने इंस्टाग्राम पर कई वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कहा- “मेरा लक्ष्य है कि मैं अपने जीवन मे उन बच्चों को प्रेरित करुं, जो कुछ बनना चाहते हैं। वो कहते है कि किसी को भी कभी ये न बताए कि वह क्या नहीं कर सकते।”
GWR को ज़ियोंन ने कहा कि “मैं एक संदेश उन लोगों को देना चाहता हूं जो विकलांग है, मैं कहना चाहता हूं कि जीवन कठिन होने वाला है लेकिन अगर आपके पास दिल और दृढ़ संकल्प है तो उस चीज़ को पा सकते हैं जो आपकी है।”
अमेरिकी एथलीट बनना चाहते हैं ज़ियोंन
ज़ियोंन क्लर्क ने अपनी मां, दोस्तो और ट्रैक कोच को धन्यवाद करते हुए कहा कि अब वह वो काम भी कर सकते हैं, जिसे वो अकल्प समझते थे। अब ज़ियोंन 2024 के ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं। इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि वो ओलंपिक (कुश्ती) और पैराओलंपिक (व्हीलचेयर रेसिंग) में भाग लेने वाले पहले अमेरिकी एथलीट बनना चाहते हैं।