मध्यप्रदेश के अनूपपुर में हिंदी साहित्य के मशहूर कवि उदयप्रकाश के विरुद्ध मारपीट, डकैती और गालीगलौज की धाराओं के साथ केस दर्ज किया गया है. ज्ञात होकि उदयप्रकाश हिंदी साहित्य में एक बड़ा नाम हैं. देश की राजधानी दिल्ली में उदयप्रकाश को कट्टर मोदी विरोधी माना जाता है.
उदय प्रकाश ने अपनी फ़ेसबुक वाल पर लिखा है-
अभी-अभी उड़ती हुई यह सूचना मिली है कि मुझ पर, कुमकुम जी पर और हमारे बेटे कुमार शांतनु पर मारपीट, गाली-गलौज और डकैती का मुक़दमा अनूपपुर के सत्र न्यायालय में रेत माफ़िया के द्वारा दर्ज हुआ है. सोन नदी का जीवन और अपने परिवार को अपराधियों से बचाने के एक शांत नागरिक प्रयत्न का यह वही मार्ग है, जिससे सारे देश के आम नागरिक आज गुज़र रहे हैं. कहीं ऐसा न हो कि ‘मोहन दास’ के लेखक के साथ ठीक उसी तरह सब कुछ होता जाय, जो ‘मोहन दास’ के साथ हुआ था. और अंत में उसके लेखक को भी कहना पड़ जाय -‘जिसे बनना हो उदय प्रकाश, वह बन जाय उदय प्रकाश. मैं नहीं हूँ -उदय प्रकाश !
ज्ञात होकि कुछ दिन पूर्व ही उदयप्रकाश ने दिल्ली की चकाचौंध को छोड़कर अनूपपुर ज़िले के अपने पुश्तैनी गाँव में आकर रहना शुरू किया था. उदय प्रकाश अपनी लेखनी के लिए जाने जाते हैं. अंग्रेज़ी, जर्मन, जापानी एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में उनकी रचनाओं के अनुवाद भी उपलब्ध हैं.
इनकी कई कहानियों के नाट्यरूपंतर और सफल मंचन हुए हैं. ‘उपरांत’ और ‘मोहन दास’ के नाम से इनकी कहानियों पर फिल्में भी बन चुकी हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय सम्मान भी प्राप्त हुआ. वे स्वयं भी कई टी.वी.धारावाहिकों के निर्देशक-पटकथाकार रहे हैं.