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बुतों की राजनीति में लेनिन और पेरियार के बाद मुखर्जी

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त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद बेलोनिया टाउन में कॉलेज स्क्वेयर स्थित रूसी क्रांति के नायक व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति तोड़ने के बाद सियासत काफी गरमा गई है. इस घटना के बाद मंगलवार रात तमिलनाडु में पेरियार और फिर कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया है.
गौरतलब है कि त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराए जाने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा ने बयान दिया था कि ‘त्रिपुरा में लेनिन के बाद अब तमिलनाडु में पेरियार की बारी है.’
अपनी फेसबुक पोस्ट में भाजपा नेता ने लिखा था, ‘आज लेनिन की मूर्ति, कल तमिलनाडु के ईवीआर रामास्वामी की मूर्ति की बारी’. बाद में इस पोस्ट को फेसबुक से हटा दिया गया. स्टालिन ने सबसे पहले इस पर रिएक्ट किया था. उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था, ‘ईवीआर की मूर्ति को हाथ लगाने की किसी में हिम्मत नहीं. एच राजा का बयान हिंसा भड़काने के लिए है. वह बार-बार यह कर रहे हैं. उन्हें गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए.’
बता दें कि इस घटनाक्रम की शुरुआत सबसे पहले दक्षिण त्रिपुरा से हुई जहाँ कम्युनिस्ट आंदोलन के बड़े नेता ब्लादिमीर लेनिन की दो प्रतिमाएं गिरा दी गईं. इस घटना के लिए माकपा और बंगाल में इसकी धुर विरोधी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को जिम्मेदार ठहराया. विधानसभा चुनावों में भाजपा और इसकी सहयोगी आईपीएफटी द्वारा वामपंथी पार्टी की हार के कुछ दिनों के अंदर ही प्रतिमाओं को गिरा दिया गया. दोनों दलों ने सदन में दो तिहाई बहुमत हासिल किया है, जहां माकपा 25 वर्षों से सत्ता में थी. बेलोनिया में सोमवार को पांच फुट ऊंची फाइबर ग्लास की प्रतिमा गिरा दी गई जबकि सबरूम में एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई.
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद हुई हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं को लेकर माकपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन सौंपा गया.इसमें राज्य में शांति बहाल करने और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है.
त्रिपुरा में हुई इस घटना के बाद मंगलवार को तमिलनाडु में बड़े समाज सुधारक रहे पेरियार की मूर्ति को निशाना बनाए जाने का मामला सामने आया था.पेरियार की मूर्ति गिराने के मामले में मुथुकुमारन और एक अन्य व्यक्ति फ्रांसिस को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक मुथुकुमारन भाजपा से जुड़े हुए हैं. ई वी रामास्वामी को ‘पेरियार’ के नाम से जाना जाता है.
त्रिपुरा में जारी छिटपुट हिंसा की खबरों के बीच तमिलनाडु में बीजेपी दफ्तर पर बम फेंका गया है. हालांकि इस हमले में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन इस घटना को वेल्लोर में पेरियार की मूर्ति तोड़ने की घटना से जोड़कर देखा जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक भाजपा कार्यालय पर पेट्रोल बम से हमला तड़के सुबह करीब साढ़े तीन बजे हुआ है.यहां कुछ अज्ञात हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया.इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें बदमाश पेट्रोल बम फेंकते नजर आ रहे हैं.
मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने के इस क्रम में पश्चिम बंगाल के कालीघाट में भारतीय जन संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की बात भी सामने आई है. बताया जा रहा है कि कोलकाता के कालीघाट में स्थित श्यामा प्रसाद की अर्ध मूर्ति को न सिर्फ क्षति पहुंचाई गई है बल्कि उस पर कालिख भी पोत दी गई है.
खबरों के अनुसार इन सारी घटनाओं से नाखुश पीएम मोदी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है.ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस कदम उठाने की भी हिदायत दी. पीएम के इस मामले पर संज्ञान लेने के बाद गृह मंत्रालय ने राज्यों के लिए अडवाइजरी जारी कर दी है. मंत्रालय ने राज्यों में मूर्ति तोड़ने और अन्य किसी भी प्रकार के हिंसक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए निर्देश जारी किए हैं.मोदी की इस नाराजगी को त्रिपुरा की जीत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं को अतिउत्साह में न आने का एक संदेश भी माना जा रहा है.

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