आधार कार्ड की अनिवार्यता को लेकर भले ही देश का आम नागरिक परेशान हो लेकिन आधार कार्ड ने एक बुजर्ग की भुखमरी जिन्दगी को करोड़पति जिंदगी में तब्दील कर दिया.
ये मामला तब सामने आया जब रायबरेली जिले के रालपुर कस्बे के एक स्कूल के स्वामी भास्कर स्वरुप जी महाराज ने भिखारी को देखा. स्वामी भास्कर स्वरूप जी महराज के लोगों ने इस बुजुर्ग को खाना दिया, उसके बाल कटवाये और उसे नहाने ले गये। इसी दौरान इस भिखारी को नहा रहे लोगों की नजर इसके गठरी पर पड़ी. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक जब इस गठरी को खोलकर देखा गया तो लोग हैरान रह गये. इस गठरी में एक आधार कार्ड, और फिक्स डिपॉजिट के दस्तावेज थे. भिखारी जैसे दिखने वाले इस शख्स की गठरी में लगभग एक करोड़ 6 लाख रुपये की फिक्स डिपॉजिट के कागज थे. इस खुलासे पर स्वामी भास्कर समेत सभी लोग चौक गये.
इसके बाद स्वामी जी ने उसके परिवार वालों को जानकारी दी. जिसके बाद परिवार वाले उन्हें घर वापस ले गए. परिवार वालों ने बताया कि 6 महीने पहले ट्रैन से तीर्थ यात्रा के लिए परिवार के साथ निकले मुथैया नाडार जहरीला खाना खिलाने के कारण रास्ता भूल गए थे. परिवार वालों की लाख कोशिशों के बाद उनका पता नही चल पाया था.
उनको लेने आयी उनकी बेटी ने स्वामी भास्कर स्वरुप जी महाराज का आभार प्रकट किया और कहा कि वह इनके उपकार को कभी नहीं भूल पाएगी.