फ़िल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन ने एक ट्वीट कर के न जाने किस शोध के आधार पर यह कह दिया कि कोरोना वायरस मक्खी से भी फैलता है। अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने एक रिसर्च का हवाला देते हुए कहा था, कि मक्खियों से भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा हो सकता है। अमिताभ बच्चन ने द लैंसट की एक रिपोर्ट के आधार पर यह वीडियो पोस्ट किया था।
अमिताभ बच्चन की इस ट्वीट के आधार पर पीएम ने भी यही ट्वीट कर दिया। इसी के आधार पर पत्रकार रुबिका लियाकत ने भी एक ट्वीट कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट करके दावे को खारिज किया
अब भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संभावना का खंडन करते हुए कहा है कि, मक्खी से इस घातक कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान COVID19 के 42 नए मामले सामने आए हैं। देश में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या 629 है। यह आज 26 मार्च तक के आंकड़े हैं।
अनुरोध है कि, केवल इस विषय के जानकार और विशेषज्ञों तथा सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी सूचनाओं पर ही ध्यान दें। जब बिच्छू के काटे का निवारण मंत्र नहीं पता है, तो सांप के बिल में हांथ नहीं डाला जाता है। नेट पर बहुत सी जानकारियां हैं जो अपुष्ट होती हैं।
जिस लैंसेट शोधपत्रिका जो एक मेडिकल जर्नल है, के आधार पर अमिताभ बच्चन का उपरोक्त ट्वीट है, में छपा यह लेख पढ़ें – जो डॉ मनोज चतुर्वेदी जी ने इसी पोस्ट के कमेंट में चस्पा किया है। डॉ मनोज एक पेशेवर चिकित्सक हैं, उनका पूरा कमेंट यहां प्रस्तुत कर रहा हूँ।
Even The Lancet which they are referring to has negated this notion. This is in my opinion is yet another attempt of govt to glorify its शौचालय निर्माण योजना if the corona is not very severe here in this part of the globe which is most likely also owing to the inherent resistance to the disease because of chloroquine use and excessive tea taking habits ( you cant argue tea taking habits of indians as no one else in world can consume)