नोटबंदी के बाद से आई है फर्जी नोटों की संख्या में बढ़ोतरी

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8 नवंबर 2016 को घोषित हुई नोटबंदी (Demonetisation) के बाद से सरकार का मुख्य लक्ष्य काले धन को देश से पूरी तरह से बाहर कर देना था। मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के विचार से इसकी घोषणा की थी। पुराने 500 और 1000 के भारतीय नोट को बंद कर के नए 500 और 2000 के भारतीय नोट को बाजार में उतारा गया।

मगर नोटबंदी के बाद से ही फर्जी नोटों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। नेशनल क्राईम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (National Crime Records Bureau) द्वारा जारी किए गए, नए आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल पूरे देश से 8,34,947 फर्जी भारतीय करेंसी बरामद की गई जिसका कुल मूल्य लगभग 92 करोड़ रुपए था। 2019 में पकड़े गए फर्जी नोटों की संख्या 2,87,404 थी।

385 केस देशभर से हुए दर्ज

एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 2020 में देश भर से कुल 385 केस फर्जी भारतीय करेंसी को लेकर दर्ज किए गए। इनमें से महाराष्ट्र (Maharashtra) में 42 केस दर्ज किए गए। वहां महज 97 लोगों से पुलिस ने कुल 6,99,495 नकली नोट बरामद किए।

पश्चिम बंगाल (West Bengal) में जाली नोटों के सबसे अधिक 81 केस दर्ज किए गए। इनमें से 111 लोगों के पास से पुलिस ने 24,227 नकली नोट बरामद किए हैं। जिसका मूल्य कुल 2.46 करोड़ रुपए के आसपास था। गुजरात (Gujrat) से 23 मामले सामने आए थे जिसमें 32 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

इनके पास से 20,360 नकली नोट बरामद किए गए। इनका कुल मूल्य 87.96 लाख रुपए थे। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 5 केस दर्ज किए गए जिनसे 2.02 मूल्य के 2,085 नकली नोट बरामद किए गए। दिल्ली (Delhi) से 4 मामले सामने आए जिनसे 4.16 लाख मूल्य के 3,476 फर्जी नोट बरामद किए गए। पंजाब (Punjab) से 14,444 नकली नोट बरामद किए गए जिनका कुल मूल्य 95.80 लाख रुपए था।

किस नोट की कितनी फर्जी करंसी?

ताजा आंकड़ों को देखा जाए तो कुल बरामद 8,34,947 नकली नोटों में पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट भी शामिल है। इनमें 2000 के 2,44,834 नोट, 1000 के 3,18,143 नोट, पुराने 500 के 5,785 नोट और नए 500 के 2,09,685 नोट शामिल थे। साथ ही 200 के 11,841 नोट, 100 के 33,443 नोट, पुराने 50 के 1,590 नोट, नए 50 के 8,599 नोट, ₹20 के 34 नोट और ₹10 के 990 नकली नोट बरामद किए गए थे।

हर साल आने वाली एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी के बाद से नकली नोटों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। 2019 में मिले नकली नोटों से लगभग 190% ज्यादा नकली नोट साल 2020 में मिले थे। 2016 के बाद से हर साल आंकड़ों में बढ़ोतरी देखने को मिलती आई है।