अनुपम श्याम,टीवी के ज़रिए घर घर पहुंच जाने वाले कलाकार

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अनुपम श्याम जिन्हें देश के घर घर मे ठाकुर सज्जन सिंह के नाम से पहचाना और जाना गया था,कल देर रात वो इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। 63 वर्ष की उम्र में उनका देहांत रात मुम्बई में हो गया है।

टीवी की दुनिया मे अपनी भाषा और शब्दों में जबरदस्त पकड़ रखने को लेकर प्रसिद्ध श्याम जी को आज की पीढ़ी “प्रतिज्ञा” टीवी शो में “ठाकुर सज्जन” सिंह के नाम से जानती रही है,जो सीरियल के मुख्य किरदार कृष्णा के पिता का रॉल कर रहे थे।लेकिन इसके अलावा भी उनकी अपनी अलग पहचान भी रही है।

पुरबिया अंदाज ने जीता सभी का दिल

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िलें में 20 सितंबर 1953 को जन्में अनुपम श्याम की एक्टिंग की शिक्षा “भारतेंदु अकेडमी ऑफ ड्रामा” से हुई थी। उसके बाद छोटे छोटे रॉल से सफर की शुरुआत करने वाले इस बेहतरीन कलाक़ार ने अपने पुरबिया अंदाज़ और अलग भाषा शैली से सभी का दिल जीता और खूब नाम कमाया।

अनुपम श्याम को न जानने वाले या न पहचानने वाले युवा लोगों को ये समझना चाहिए कि बॉलीवुड की कई फिल्मों में वो अलग तरह के रॉल करते हुए नज़र आ चुके हैं।

फिल्मों में  छोटे मगर दमदार किरादारों पहचाने गए श्याम

आपने “नायक” फ़िल्म तो देखी ही होगी उसमें अमरीश पुरी के गठबंधन के करप्ट नेताओं में से का बहुत बढ़िया सा रॉल किया है जो बाद में अनिल कपूर को अपनी पार्टी में लाने की जद्दोजहद में भी लगता है।

अब आप इससे पहले ये सोचें कि उसमें अनुपम श्याम कहाँ है तो तब तक उनकी बड़ी हुई दाढ़ी और मूंछें नहीं थी इसलिए उन्हें पहचान पाना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है।

दूसरी फिल्म में अनूपम श्याम को आप अजय देवगन की “हल्ला बोल” में देख सकते हैं। जहां वो एक “गुंडे” बने हुए और रौबदार आवाज़ और गज़ब की डायलॉग डिलीवरी ने ही उनके छोटे से रॉल को काफी फेमस कर दिया था।

इसके अलावा “सत्या” , “ज़ख्म” , “परज़ानिया” और हज़ारों ख्वाहिश ऐसी” जैसी सुपरहिट फिल्मों में अपने किरदार की ताकत से ये बता दिया था कि अभिनय सिर्फ बड़े रॉल का नाम नहीं होता है।

बल्कि अगर आपकी आवाज और आपकी डायलॉग डिलीवरी से लेकर डर पैदा करती आंखें भी बहुत कुछ साबित करने और अपनी अलग पहचान बनाने के लिए काफी है। हमारी पूरी टीम की तरफ से हम अपनी संवेदनाएं अनुपम श्याम जी के परिवार के लिए व्यक्त करते हैं।

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