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न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध पहला टेस्ट- मिला जुला रहा भारत का प्रदर्शन

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ग्रीनपार्क कानपुर: दर्शकों का उत्साह चरम पर है, क्योंकि यह  भारत के 500वें टेस्ट का पहला दिन था . कानपुर के ग्रीन पार्क मैदान पर बारिश की आशंकाओं के बीच यह मैच बिल्कुल समय पर शुरू हुआ.
पहले दिन के खेल के बाद टीम इंडिया के लिए यह दिन मिलाजुला रहा. हालांकि दिन के निर्धारित 90 ओवर में उसने 3.23 के रनरेट से 9 विकेट पर 291 जोड़े, जो एक लिहाज से ख़राब स्कोर है. विराट कोहली ने अपने प्रशंसकों को निराश किया. कोहली के पास इस मैच को और यादगार बनाने का मौका 49वें ओवर में 154 के स्कोर पर पुजारा के आउट होने के बाद मिला, लेकिन वह विजय के साथ 13 रन जोड़कर पैवेलियन लौट गए. उन्होंने शुरुआत अच्छी की थी. दो चौके भी लगाए थे, लेकिन पारी को आगे नहीं ले जा सके. उनसे पहले टेस्ट और टी-20 दोनों में अब तक शानदार खेल दिखाने वाले ओपनर लोकेश राहुल ने तेजी से रन बनाए, लेकिन इस बार बड़ी पारी नहीं खेल पाए. उन्होंने 39 गेंदों में 32 रन ठोके.
दिन के खेल का आकर्षण मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा की पारियां रहीं. गौरतलब है कि इन दोनों ही खिलाड़ियों के स्थान को लेकर चर्चा जोरों पर थी. विंडीज में हम इसका नजारा देख चुके थे, जब कोहली ने विजय की जगह ऑउट ऑफ फॉर्म शिखर धवन को प्लेइंग इलेवन में लेना बेहतर समझा था और पुजारा की जगह रोहित शर्मा को महत्व दिया था. हालांकि इसकी आलोचना होने के बाद उन्होंने कानपुर में जहां धवन को बाहर किया, वहीं रोहित शर्मा के मोह से बच नहीं पाए और पांच की जगह चार गेंदबाजों लेते हुए रोहित को रख लिया. विजय और पुजारा दोनों ने धीमे और मुश्किल दिख रहे विकेट पर अपनी क्लासिकल बैटिंग का नजारा पेश किया और अमिट छाप छोड़ते हुए कप्तान के पहले के फैसलों को गलत साबित कर दिया. विजय ने 170 गेंदों का सामना किया और 65 रन बनाए, जबकि पुजारा ने 109 गेंदों में 62 रन ठोके. गेंदों की संख्या बताती है कि दोनों ने ही बल्लेबाजों ने टेस्ट में परंपरागत खेल दिखाया और तकनीकी रूप से दक्ष होने का सबूत दिया. दूसरी ओर रोहित शर्मा ने हमेशा की तरह अच्छी शुरुआत की और 35 रन जोड़े, लेकिन फिर उनका चिरपरिचित लापरवाहीभरा शॉट आया और वह चलते बने. मतलब रोहित एक बार फिर जमने के बाद विकेट फेंक बैठे. उनकी इसी कमजोरी की आलोचना होती रही है, क्योंकि उनके टैलेंट को लेकर किसी को संदेह नहीं है. हां, आर अश्विन ने एक बार फिर बल्ले से चमक दिखाई और 40 रन बनाते हुए निचले मध्यक्रम में टीम को राहत पहुंचाई, क्योंकि न्यूजीलैंड के गेंदबाज बीच-बीच में हावी होते दिखे.
कुल मिलाकर पहले दिन टीम इंडिया ने उम्मीद के अनुरूप खेल नहीं दिखाया और बड़े लक्ष्य से पीछे दिख रही है. ऐसे में न्यूजीलैंड के पास बल्लेबाजी में बेहतर करके भारत पर दबाव बनाने का मौका बन गया है. क्रीज अभी रवींद्र जडेजा और उमेश यादव हैं… देखने वाली बात होगी कि दूसरे दिन भारत अपनी पहली पारी को कब तक खींच पाता है.