पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं,उससे पहले एक बहुत बड़ी खबर ये आ रही है पंजाब के मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री अमरिंदर सिंह से पार्टी आलाकमान ने इस्तीफा मांग लिया है। गौर करने वाली बात ये है कि अभी कुछ हफ्तों पहले ही पंजाब प्रदेश कांग्रेस का पद उनकी मर्ज़ी को न मानते हुए नवजोत सिद्धधू को दिया गया था और अब मुख्यमंत्री का पद भी उनसे छीना जा रहा है क्यों?
ये बताई गई है वजह
असल में सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि क़रीबन 40 विधायकों ने पार्टी आलाकमान को लेटर लिख कर मुख्यमंत्री से नाराज़गी ज़ाहिर की है। उनका कहना ये है कि हम अपना विरोध या नाराज़गी तभी ज़ाहिर करेंगें जब मुख्यमंत्री इस्तीफा दे देंगे। इस लेटर के आधार पर ही पार्टी प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने सोनिया गांधी से मुलाकात करते हुए पंजाब में विधायक दल की मीटिंग बुलाने को कहा है।
आज शाम में ये विधायक दल की मीटिंग होने जा रही है इस मीटिंग में मुख्यमंत्री से इस्तीफा लिया जा सकता है और नए मुख्यमंत्री का चयन भी किया जा सकता है। जानकारी ये भी मिली है कि इस मीटिंग में दिल्ली से 2 पर्यवेक्षक भी हाज़िर रहेंगें जो दिल्ली का फ़ैसला यहां पर सुनाएंगे।
किसे मिल सकता है ताज?
पंजाब के चुनावों में महज़ 6 महीने ही का वक़्त रह गया है ऐसे में इतना बड़ा फैसला लेने के वजह पंजाब में लोगों की नाराज़गी और ऐतराज़ ही को बताया गया है। इस बीच मे खबर ये है कि नए मुख्यमंत्री के लिए आलाकमान सबसे ज़्यादा भरोसा नवजोत सिंह सिद्धधू और सुनील जाखड़ का नाम पर करते हुए चर्चा कर रहा है।
नवजोत सिंह सिद्धधू को राहुल गांधी का पूरा सपोर्ट है ये बात जगजाहिर दिख रही है तभी उन्हें सभी को नजरअंदाज करते हुए प्रदेश अध्यक्ष का पद भी दिया गया था। ऐसे में उनकी दावेदारी बहुत मज़बूत मानी जा रही है। लेकिन आखिर फैसला आलाकमान ही करना है कि वो सिद्धधू को ये मौका देते हैं या नहीं।