“गांव से कई व्यक्ति अपने काम के सिलसिले में रोज़ आना जाना करते हैं, अब उनके घर वाले तब तक सुकून से नही बैठ सकते जब तक उनके घर का व्यक्ति घर न पहुंच जाए” ये शब्द उन ग्रामीणों के थे, जिनके गांव का एक व्यक्ति बाघ के हमले से मारा गया।
मैं कल उस गांव में रिपोर्टिग के लिए गया था, जिस गांव के व्यक्ति को बाघ ने चलती मोटरसाइकिल में हमला करके मार दिया। इस दौरान स्थानीय लोगों से चर्चा से बाघ की दहशत और उसके दुष्प्रभाव पर बात किया। किसानों को सिंचाई करने के लिए रात में लाईट मिलना और बाघ का मूवमेंट बड़ी समस्या के रूप में सामने आया।
मृतक वीर सिंह सनोदिया रोज़ अपने काम से आता जाता था
मृतक वीर सिंह सनोड़िया के बारे में स्थानीय लोगों से बातचीत में पता चला कि, मृतक रोज़ सिल्लौर से सिवनी अपने काम के सिलसिले में जाता था। पर उस दिन 28 दिसंबर 2022 की शाम को जब वह अपने घर की और लौट रहे थे, तब शाम को लगभग 6:30 बजे गोपालगंज के पास सारसडोल और चिखली के बीच में बाघ का शिकार बन गए। एक स्थानीय व्यक्ति जो एक फोरव्हीलर में था, उसने और अन्य लोगों ने शेर के द्वारा वीर सिंह सनोड़िया को खींचते हुए देखा।
घटना के बाद वीर सिंह के परिवार जन उनकी अंत्येष्टि करने से पहले मुआवज़े के लिए अड़े रहे। स्थिति न बिगड़े इसलिए प्रशासन पहले से ही मुस्तैद हो चुका था। पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष Mohan Singh Chandel ने प्रशासन और परिवार के बीच बातचीत करके, परिवार को मुआवज़ा दिलवाने में सहयोग किया। जिसके बाद परिवार के लोग अंतिम संस्कार के लिए राज़ी हुए।
रात को 1 बजे मिलती है बिजली
मैंने स्थानीय लोगों से इस घटना पर बात करते हुए, इसके प्रभाव के बारे में पूछा तो लोगों ने कहा किसानों को सिंचाई के लिए रात के 1 बजे से सुबह 6 बजे तक ही बिजली मिलती है। बाघ का मूवमेंट और बाघ के हमले से स्थानीय व्यक्ति से मौत के कारण फ़ैली दशहत से उनके रोज़ के काम प्रभावित होंगे। दरअसल, डर तो बहुत दूर तक फैल गया है। सिवनी शहर के क़रीब तक बाघ का मूवमेंट देखा गया है।
स्कूली बच्चों के लिए बड़ी समस्या है
इन रास्तों से रोज़ आवागमन करने वाले लोगों में एक बड़ी संख्या स्कूली बच्चों की है। जो रोज़ स्कूल जाते हैं और शाम को घर पहुंचते पहुंचते काफ़ी वक़्त हो जाता है। इस सम्बंध में कुरई थाने के टीआई मदन लाल मरावी कहते हैं कि वन विभाग और पुलिस विभाग मिलकर रास्तों के दोनों तरफ़ की झाड़ियां साफ़ कराएंगे , जिससे विज़विलिटी बढ़े। वहीं भाजपा नेता अशोक तेकाम भी मौजूद थे, मैने उनसे किसानों की समस्या पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि आज से ही लाईट की टाईमिंग बदल दी जायेगी।
पेंच नेशनल पार्क में नाईट सफारी बंद करने की मांग
कांग्रेस नेता मोहन सिंह चंदेल ने मांग रखी की पेंच में नाईट सफ़ारी तत्काल प्रभाव से बंद करवाई जाये। गांव किनारे जंगल की फेंसिंग की जाये । साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए बिजली रात की जगह दिन में दी जाए। उन्होंने कहा कि नाईट सफ़ारी के कारण जंगली जानवर डिस्टर्ब हो रहे हैं और रिहायशी इलाक़ों की ओर रुख कर रहे हैं।
चंदेल जी ने एक बात और कही और यह बात अब बेहद चर्चा का विषय है कि सिवनी के पेंच नेशनल पार्क से चीतल पकड़कर बड़ी संख्या में कूनो नेशनल पार्क में भेजे जा रहे हैं, ताकि नामीबिया से लाए गए चीतों को पर्याप्त भोजन मिल सके। जिसका नतीजा ये हो रहा है कि बाघ का भोजन कम हो रहा है। अब अपने भोजन की तलाश में बड़ी संख्या में बाघ रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं।
अब देखना ये है कि इनमें से कितनी मांगें पूरी होती हैं, और कितनी वक़्त के साथ टाल दी जाती हैं?