उत्तर प्रदेश के मथुरा में फर्जी छात्र संख्या दर्शाकर करोड़ों की छात्रवृत्ति हड़पने वाले 10 बड़े शिक्षण संस्थानों पर कैग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. कैग की टीम ने 2010 से लेकर 2014 तक जारी की गई करोड़ों की छात्रवृत्ति का रिकार्ड तलब किया है. इसके अलावा 20 17 तक का रिकॉर्ड भी शक के घेरे में है.
मथुरा के बड़े शिक्षण संस्थाओ के संचालको पर फर्जी छात्र संख्या दिखाकर करोड़ो की छात्रवृत्ति के घोटाले की शिकायत आधा दर्जन से अधिक शिक्षण संस्थानों के खिलाफ छात्रवृत्ति हड़पने और फर्जी छात्र संख्या दर्शाने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
पिछले माह से कैग के निशाने पर आए मथुरा के 60 ऐसे शिक्षण संस्थानों में से कैग की टीम ने पहले चरण में 10 शिक्षण संस्थानों में जांच करने का फैसला किया है.
पिछले दिनों कैग की टीम समाज कल्याण कार्यालय पहुंची और 10 बड़े शिक्षण संस्थानों को जारी की गई छात्रवृत्ति का रिकार्ड मांगा. समाज कल्याण अधिकारी ने वर्ष 2010 से 2014 के बीच जारी की गई छात्रवृत्ति का रिकार्ड उपलब्ध कराया है.
क्या है पुरा मामला
मथुरा के कस्बा फरह, हाईवे, गोवर्धन, राया, भरतपुर रोड, वृंदावन रोड, सुरीर और बलदेव स्थित बड़े शिक्षण संस्थानों के संचालकों ने बड़ी संख्या में फर्जी छात्र संख्या दर्शाकर करोड़ों की छात्रवृत्ति का घोटाला किया था.