UP में SP और BJP के बीच है सीधा मुकाबला ?

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यूपी के चुनावों में अब सीधा सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच दिख रहा है। एक तरफ़ bJP अकेली है और दूसरी तरफ़ 10 क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन कर चुकी समाजवादी पार्टी। बीते तीन दिनों में BJP के 3 कैबिनेट मंत्री और 10 विधायक भी सपा की साइकिल पर सवार हो चुके हैं।

ऐसे में कहा जा रहा है कि यूपी चुनावों में BJP की परफॉर्मेंस पर काफ़ी असर पड़ेगा। हालांकि, BJP वालो का कहना है कि जो विधायक और मंत्री पार्टी छोड़ कर गए है वो इसलिए गए हैं क्योंकि चुनाव में उनकी टिकट कटने वाली थी। वहीं सुभासप अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि 20 तारीख तक BJP में और इस्तीफ़े दिए जाएंगे।


BJP के तीन मंत्रियों समेत 300 लोगो ने ली सपा की सदस्यता :

14 जनवरी 2022 को मकर संक्रांति के पर्व पर BjP छोड़ कर आए मंत्री और विधायकों समेत 300 लोगो ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली। इनमें BJP सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, दारा सिंह चौहान के साथ अन्य विधायक भगवती सागर, विनय शाक्य, रोशनलाल वर्मा, डॉ मुकेश कुमार, बृजेश प्रजापति, पूर्व मंत्री अली यूसुफ, पूर्व विधायक नीरज, बलराम सैनी, राजेन्द्र सिंह पटेल, पूर्व मंत्री धनपत राम, पद्म सिंह, अयोध्या मौर्य के साथ अपना दल के साथ चौधरी अमर सिंह शामिल हैं।

चुनाव से पहले मंत्रियों ने क्यों छोड़ी BJP :

BJP से मंत्रियों की भगदड़ 11 जनवरी से शुरू हुई। इनमे सबसे पहला नाम BJP में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का है। इसके बाद उनके सहयोगी और विधायक भगवती सागर, रोशन लाल वर्मा और बृजेश प्रजापति ने BJP से इस्तीफ़ा दिया। 12 जनवरी को कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान के साथ विधायक अवतार सिंह भडाना ने इस्तीफा दिया।

13 जनवरी को मंत्री धर्म सिंह सैनी और विधायक विनय शाक्य, मुकेश वर्मा और बाला अवस्थी ने भी इस्तीफ़ा सौंप दिया। तीनो कैबिनेट मंत्रियों ने अपने इस्तीफ़े में पार्टी छोड़ने का कारण पार्टी द्वारा दलितों और पिछड़ों की अनदेखी करना बताया। दूसरी और गृह मंत्री अमित शाह ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को नाराज़ नेताओ से बातचीत करने की ज़िम्मेदारी सौंपी थी।

कौंन हैं स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह और धर्म सिंह सैनी :

BJP के कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी तीनों राजनीति में OBC कम्युनिटी को रिप्रेजेंट करते हैं। वहीं तीनों की राजनीति की शुरुआत BJP से नहीं हुई है। तीनों नव अपनी राजनीति की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से की है और वर्तमान में समाजवादी पार्टी जॉइन कर सपा नेता बन गया हैं। तीनों ने BJP 2015, 2016 और 2017 में जॉइन की। बाकी जनवरी तस्वीरों के ज़रिए समझिए….

स्वामी प्रसाद मौर्य…

स्वामी प्रसाद मौर्य का स्वागत करते हुए एक तस्वीर सांझा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!

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स्वामी प्रसाद मौर्य पेशे से एक वकील हैं राजनीतिक जीवन बहुजन समाज पार्टी (BSP) से शुरू किया था। वो पडरौना विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। 5 बार विधानसभा सदस्य रह चुके हैं। 2017 में दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की थी। योगी आदित्यनाथ की यूपी सरकार में उन्हें श्रम एवं रोजगार मंत्रालय सौंपा गया था। 11 जनवरी 2022 को BJP से इस्तीफ़ा देकर समाजवादी पार्टी (SP) जॉइन कर ली।


धर्म सिंह सैनी….

अखिलेश यादव ने धर्म सिंह सैनी के साथ एक तस्वीर ट्वीट कर कहा,‘सामाजिक न्याय’ के एक और योद्धा डॉ. धर्म सिंह सैनी जी के आने से, सबका मेल-मिलाप-मिलन करानेवाली हमारी ‘सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति’ को और भी उत्साह व बल मिला है। सपा में उनका ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!

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धर्म सिंह सैनी 17वी विधानसभा और योगी आदित्यनाथ की सरकार में आयुष मंत्री का पदभार सम्भाल रहे थे। वो सहारनपुर की नकुड़ सीट से MLA हैं। 2002, 2007 और 2012 में तीन कार्यकालों के लिए BSP से चुने गए। 2017 में BJP जॉइन कर BJP की टिकट से जीते और मंत्री बने। अब समाजवादी पार्टी जॉइन की है।


दारा सिंह चौहान….

दारा सिंह चौहान के साथ तस्वीर शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा, ‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है!

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दारा सिंह चौहान ने 2015 में BJP जॉइन की थी और वन और पर्यावरण मंत्री बने थे। इनका OBC राजनीति में अहम भागीदारी है। मधुबन (मऊ) सीट विधायक रहें हैं। 15वी लोकसभा में घोसी सीट से BSP के नेता थे। अब समाजवादी पार्टी जॉइन की है।

सपा के मंच से नेताओ की हुंकार:

शुक्रवार को साइकिल पर सवार होकर समाजवादी पार्टी का दामन थमने के बाद मंच से सभी नेताओं ने चुनाव के लिए हुंकार भर दी। BJP को आइना दिखाते हुए धर्म सिंह सैनी ने कहा, ” बीते 5 सालों में पिछड़ो, दलितों का राजनीतिक , आर्थिक, रोजगार और आरक्षण के क्षेत्र में पूरी तरह से शोषण हुआ है।” अखिलेश यादव ने जो सम्मान दिया है वो BJP और BSP ने कभी नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यूपी में समाजवाद कायम करना है। बाबा साहेब के संविधान को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। 2024 में अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री की शपथ दिलाएंगे।

वहीं BJP को मंच से ललकारते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा की, ” मैं जिस भी पार्टी से जाता हूँ, चुनावो के बाद वो पार्टी दिखाई नहीं देती” , भाजपा ने देश की जनता को गुमराह कर उनकी आंखों में धूल झोंकी और उनका शोषण किया हैं। अब यूपी में bJP के खात्मे के शंखनाद बज चुके है। यूपी से भाजपा को खत्म कर प्रदेश को BJP मुक्त कराना है।