CM योगी के दलितों के घर खाना खाने की पूरी लीला समझिए :

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शुक्रवार को यूपी की राजनीति और मज़ेदार हो गयी। कारण BJP के 3 कैबिनेट मंत्रियों के साथ आधा दर्जन विधायकों का समाजवादी पार्टी में शामिल होना। शुक्रवार को लखनऊ में हुई SP की वर्चुअल रैली में करीब 300 लोगो ने SP की सदस्यता ली। अब UP चुनाव दिन-ब-दिन दिलचस्प होते जा रहे हैं।

वहीं दूसरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गढ़ गोरखपुर में BJP के एक दलित कार्यकर्ता के घर मकर संक्रांति के उपलक्ष में खिचड़ी खाने पहुंचे। मीडिया में तो तस्वीरे वायरल हुई लेकिन जो तस्वीर CM योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर पर शेयर की और जो लिखा उसके बाद जनता सोशल मीडिया पर ही जमकर बरस रही है।


CM योगी के दलितों के घर खाना खाने की पूरी लीला समझिए :

शुक्रवार को गोरखपुर में एक दलित परिवार के घर CM योगी आदित्यनाथ (CM yogi adityanath) पहुंचे और मकर संक्रांति पर खिचड़ी खाने की परम्परा पूरी की। योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “सामाजिक समरसता का ध्येय लेकर सतत बढ़ते जाना है… गोरखपुर स्थित झुग्गियों में आज श्री अमृत लाल भारती जी के घर खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। अमृत लाल भारती को आभार और हार्दिक धन्यवाद.” 

कहा जा रहा है, की अमृत लाल भारती (amrit lal bharti) BJP के ही एक कार्यकर्ता है। ये पहली बार नहीं है जब CM योगी आदित्यनाथ किसी दलित परिवार में खाना खाने पहुंचे हो। 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले पीएम मोदी ने BJP के सभी सांसदों और मंत्रियों को प्रदेशो में घूम घूम कर जनता से सम्पर्क साधने के निर्देश दिए थे।

2017 में अमरोहा में अंबेडकर जनकल्याण सेवा समिति के साथ पंगत में बैठकर खाना खाते योगी आदित्यनाथ ( तस्वीर : सोशल मीडिया)


2017 में और 2018 में UP के कई नेताओं की तस्वीरे सामने आई थी। जिनका कैप्शन एक ही था कि इस नेता ने दलित परिवार के यहां भजन किया। द वीक के एक आर्टिकल के मुताबिक, उस दौरन BJP के एक सांसद उदित राज ने कहा था, की “नेताओ का इस तरह दलितों के घर खाना खाना उन्हें हीन महसूस कराता है। इससे पार्टी को कोई लाभ नहीं होगा।”

2018 में एक दलित घर मे खाना खाते योगी आदित्यनाथ ( तस्वीर : सोशल मीडिया)


2017 में सत्ता में आने के बाद गोरखपुर (Gorakhpur) में एक सहभोज (community lunch) आयोजित किया गया था। इसमें CM योगी ने 500 “अंबेडकर जनकल्याण सेवा समिति” के लोगो के साथ एक पंगत में बैठकर खाना खाया था। CM योगी ने अप्रैल 2018 में अमरोहा जिले के मेहंदीपुर गांव में एक दलित घ में भोजन किया था। मई 2018 में अमरोहा में ही एक दूसरे दलित घर में खाना खाया। UP में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अमित शाह की भी दलित परिवार के घर भोजन किया था।

ट्विटर पर CM योगी जमकर लपेटे गए :

मकर संक्रांति पर दलित के घर खिचड़ी खाने और तस्वीर शेयर करने पर सोशल मीडिया यूज़र्स ने CM योगी को जमकर लपेटा। एक यूज़र कुश अंबेडकर वादी (kush ambedkarvadi) ने लिखा, “अगर आप दलितों को अछूत नहीं मानते तो उनके पास जो बर्तन हैं उसमें खाना क्यों नहीं खाया? क्यों धर्म खतरे में आ जाता।”

अरुण राजभर (arun rajbhar) ने लिखा, “दलित के यहाँ डिस्पोजेबिल में खाना खा कर आये लेकिन उसे बता कर नहीं आये कि मोदी ने लैटरल एंट्री से जो 31 IAS बनाये हैं उनमें एक भी दलित-पिछड़ा नहीं है। खाना तो अभी खा रहे हैं लेकिन हक़ तो उसका 5 साल से खा रहे हैं।”


सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश (Om prakash rajbhar) राजभर ने ट्वीट कर लिखा,” योगीजी दलित के घर खाना तो आज खा रहे हैं लेकिन दलित-पिछड़े का हक 5 साल से खाये है,योगीजी हाथरस की बेटी की डेड बॉडी केरोसिन और पेट्रोल डालकर 2बजे रात जला दी गई तब आप अत्याचारियों के साथ थे,उप्र के पिछड़े दलित भूले नहीं है,योगी सरकार नें दलित-पिछड़ो के साथ सिर्फ जुल्म ज्यादती की है।”