क़ाबुल में तालिबान के कंट्रोल के बाद ये तो तय हो गया है कि अब अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान की ही सरकार बनने जा रही है। जिस कारण सम्पूर्ण विश्व समुदाय और अफ़ग़ान नागरिक दुविधा में हैं। सबकी यादों में तालिबान के पिछला शासन की सख्ती ताज़ा हो गई हैं। ऐसे में तालिबान ने खुद को बदला हुआ बताने की कोशिश की है। पिछले शासन के दौरान टीवी सेट्स को तोड़ देने वाला तालिबान अब दूसरी पारी में खुद को उदार दिखाने की कोशिश करता नज़र आ रहा है। इसी कड़ी में अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी क़ाबुल में तालिबान प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने प्रेस कांफ्रेंस की।
“Committed to the rights of women within the framework of Sharia.”
In first press conference since taking control of Kabul, Taliban spokesperson says the group will honour women's rights within Islamic law.
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— Al Jazeera English (@AJEnglish) August 17, 2021
जानिए तालिबान प्रवक्ता ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में क्या कहा ?
- हमने बीस साल की लड़ाई के बाद विदेशी सेना को भगा दिया है।
- विश्व समुदाय को संबोधित करते हुए तालिबान प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम सभी को भरोसा देते हैं कि हम आपके दूतावास और लोगों की सुरक्षा करेंगे।
- इसके बाद क़ाबुल में हुई घटनाओं पर बोकते हुए ज़बीहुल्लाह ने कहा – कुछ तत्व तालिबान के नाम पर काबुल में उपद्रव करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन हमारे लोगों ने रोकने की कोशिश की है।
- शरिया कानून और महिला अधिकारों पर बात करते हुए तालिबान प्रवक्ता ने कहा – हम शरिया नियम से चलेंगे। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को कोई शंका हो कि महिलाओं को उनका हक़ नहीं देंगे तो ऐसा नहीं है।
- इसके पश्चात मीडिया और उसकी आज़ादी पर बात करते हुए तालिबान के प्रवक्ता ने कहा – हमारी संस्कृति और नियम के हिसाब से हम मीडिया को भी पूरी आज़ादी देंगे। मीडिया से अपील है कि इस्लामिक मूल्यों और देश की एकता के ख़िलाफ़ कार्य न करें।
- अपने विरोधियों को सामूहिक माफ़ी का भी ऐलान तालिबान द्वारा किया गया – तालिबानी प्रवक्ता ने कहा : हमारे ख़िलाफ़ जो भी लड़े हमने सबको माफ़ कर दिया है।
- अपनी विचारधारा पर तालिबान ने कहा – अफ़ग़ानिस्तान 20 साल पहले भी इस्लामिक मुल्क़ था और आज भी इस्लामिक मुल्क है। हमारी विचारधारा भी वही है। लेकिन इतने समय के साथ बहुत कुछ बदला है। जब हम अपनी सरकार का गठन करेंगे तो सारी बातें साफ़ हो जाएंगी। हम सरकार के गठन की दिशा में गंभीरता से काम कर रहे हैं।
- तालिबानी प्रवक्ता ने कहा – जो भी देश की सेवा करना चाहेंगे सबको मौक़ा मिलेगा। सरकार में सबको योगदान करने दिया जाएगा चाहे वे अब्दुला हों या कोई और सबकी भूमिका तय होगी।
- अपनी प्रेस कांफ्रेंस में ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जायेगी।
- तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि हम किसी भी ठेकेदार या अन्य किसी व्यक्ति से कोई पूछताछ नही करने जा रहे हैं। हम नही चाहते कि जो युवा अफ़ग़ानिस्तान में पले बढ़े हैं। वो इस ज़मीन को छोड़कर जाएं।
अब देखना ये है कि तालिबान द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में किये गए दावों में कितनी सच्चाई है। क्योंकि ऐसा कहा जा रहा है कि तालिबान के ये बदला बदला रुख कहीं आंतरराष्ट्रीय समुदाय में खुद को मान्यता दिलाने की कूटनीतिक कोशिश तो नही। या फिर क्या तालिबान वाक़ई बदल गया है? क्या ये वाला तालिबान मुल्ला उमर के तालिबान से अलग है।