आखिर 17 साल के लंबे इंतजार के बाद हिन्दुस्तान को समंदर में सबसे बड़ी ताकत मिलने जा रही है. भारत की समुद्री सीमा में चीन और पाकिस्तान की घुसपैठ को जवाब देने के लिए भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस कलवरी गुरुवार को समुद्र में उतरेगा. 1,564 टन के इस सबमरीन प्रॉजेक्ट-75 के अंतर्गत बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके उद्घाटन के लिए गुरुवार को सुबह 11 बजे मुंबई पहुंचेंगे. उनके साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतरमण भी मौजूद रहेंगी.
यह स्कॉर्पियन श्रेणी की पनडुब्बी है जिसे शिपबिल्डर्स मझगांव डॉक लिमिटेड में तैयार किया गया है अधिकारी ने बताया कि जलावतरण के समय एक कमीशनिंग वारंट पढ़ा जाएगा और रंगों को बिखेरा जाएगा. इस मौके पर राष्ट्र गान भी गाया जाएगा. अधिकारी ने कहा, कलवरी का लगभग 120 दिनों के लिए व्यापक समुद्री परीक्षण और विभिन्न उपकरणों का परीक्षण किया गया.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, पश्चिम नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग वाइस एडिमरल गिरीश लूथरा और शीर्ष अधिकारी समारोह में शामिल होंगे.