कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश से लौटने के बाद गुरुवार को संसद पहुंचे और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर लोकसभा में बोलने की अनुमति मांगी। गांधी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी लंदन यात्रा के दौरान भारत के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि अगर अध्यक्ष उन्हें अनुमति देते हैं तो वह संसद में अपने विचार व्यक्त करेंगे।
संसद से बाहर निकलते समय उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह इस बात की परवाह किए बिना बोलेंगे कि भाजपा को मंजूरी मिले या नहीं। यदि वह संसद में बोलने में असमर्थ हैं, तो वह सदन के बाहर अपनी चिंताओं को दूर करने की योजना बना रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष बिरला के साथ बैठक के दौरान राहुल गांधी के साथ लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी भी थे।
चौधरी ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि गांधी ने अध्यक्ष से कहा कि लंदन में की गई उनकी टिप्पणी से विवाद पैदा होने के बाद उन्हें संसद में बोलने की अनुमति दी जाए और भाजपा ने उनसे माफी की मांग करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद ने विदेशी धरती पर भारत और संसद सहित इसके संस्थानों का अपमान किया है।
I'm hopeful that I will be allowed to Speak in Parliament tomorrow.
The main question is: what is the relation between Modi and Adani?
The Modi government is scared of the Adani issue, & all this exercise is to distract from this fundamental question.
: @RahulGandhi ji pic.twitter.com/hQew59F0M2
— Congress (@INCIndia) March 16, 2023
राहुल गांधी के लोकसभा में प्रवेश करने पर भाजपा सदस्यों ने उनसे लंदन में ‘लोकतंत्र पर हमले’ संबंधी टिप्पणी के लिए माफी मांगने की जोरदार मांग की। विदेश से लौटने के बाद गांधी संसद भवन पहुंचे और जब उनसे पूछा गया कि क्या वह लंदन में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगेंगे तो वह मुस्कुराए।
ब्रिटेन में एक कार्यक्रम के दौरान गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर हमला किया जा रहा है और देश के संस्थानों पर बड़े पैमाने पर हमला किया जा रहा है। राहुल गांधी के आलोचनात्मक बयान के बाद भाजपा ने उन पर निशाना साधा है।