प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (primeminister narendra modi) पुलिस (police) के आला अफसरों के साथ मीटिंग करने के लिए लखनऊ पहुंचे हैं। यहाँ प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर PM, DGP लेवल की बैठक करेंगे। UP में कोंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (priyank gandhi) ने इस सम्बंध में उन्हें एक पत्र लिखा है। जिसे मीडिया से सांझा करने के लिए लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।
पत्र में कृषि कानूनों (Farmer bills) को रद्द करने से लेकर लखीमपुर खीरी (lakhimpur khiri) में किसानों के साथ हुई हिंसा का ज़िक्र है। इसमें न्यायालय के बयान को कोट करते हुए प्रियंका ने कहा कि सरकार ने हमेशा से दोषी को बचाने का प्रयास किया है।
कृषि कानून थोपना अत्यचार था..
कॉन्फ्रेंस में प्रियंका ने कहा, PM आज (20 नवम्बर) प्रेदश की कानून व्यवस्था संभालने वाली पुलिस के आला अधिकारियों के साथ कॉन्फ्रेंस (confrence) करेंगे। इससे एक दिन पहले PM मोदी ने तीन काले कृषि कानूनों को किसानों पर थोपने के अत्याचार को स्वीकारते हुए उन्हें वापस लेने की घोषणा की है।
प्रेस वक्तव्य
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 20, 2021
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लखीमपुर खीरी (lakhimpur khiri) में अन्नदाताओं को गाड़ी से कुचलने की क्रूरता को पूरे देश ने देखा है, और आप भी उस बात से परिचित हैं की किसानों को गाड़ी से कुचलने वाला मुख्य आरोपी आपकी सरकार के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री का बेटा है।
शहीदों के परिजनों को न्याय की उम्मीद नहीं…
उत्तर प्रदेश सरकार ने राजनीतिक दबाव के चलते शुरुआत से इस मामले को दबाने की कोशिश की है। उच्चतम न्यायालय ने भी इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा, की लगता है सरकार किसी विशेष आरोपी को बचाने की कोशिश कर रही है। प्रियंका ने आगे कहा, की वो लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों के परिवार से मिली हैं।
वो असहनीय दर्द और पीढ़ा में है। सभी का कहना है, की वो सिर्फ अपने परिजनों के लिए न्याय चाहते हैं। आरोपी के पिता अजय मिश्रा टेनि (ajay mishra teni) के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पद पर बने रहने तक उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं हैं।
न्याय सुनिश्चित करना पीएम का कर्तव्य :
लखीमपुर खीरी मामले की जांच की हालिया स्थिति परिजनों के न्याय न मिलने की असंका को पूरा करती हैं। वो कहती हैं, देश की कानून व्यवस्था के जिम्मेदार गृह मंत्री अमित शाह (amit shah) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (CM) योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) आपके उसी मंत्री के साथ मंच सांझा करते हैं।
देश के प्रधानमंत्री होने के नाते आप देश के किसानों के लिए अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। हर देश वासी के लिए न्याय सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री का कर्तव्य ही नहीं, उनका नैतिक दायित्व भी है।
पीएम से प्रियंका की मांग :
प्रियंका ने पीएम मोदी को याद दिलाते हुए कहा, किसानों को सम्बोधित करते हुए आपने कहा, की आप सच्चे मन और पवित्र ह्रदय से देश के किसानों के हित में, नेक नियत रखते हैं। यदि ये सत्य है तो लखीमपुर खीरी मामले में पीड़ितों को इंसाफ दिलाना भी आपके लिए सर्वोपरि होना चाहिए।
इस DGP कॉन्फ्रेंस में अगर आप आरोपी के पिता के साथ मंच सांझा करते हैं तो पीड़ितों को ये स्पष्ट सन्देश जाएगा कि आप आरोपियों का संरक्षण करने वालो के साथ खड़े हैं।
ये सत्यग्रह में शहीद 700 से अधिक किसानों का अपमान होगा। यदि सच मे आप किसानों के लिए नेक नियत रखते हैं तो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के साथ मंच सांझा मत कीजिये। उन्हें बर्खास्त कीजिये। देश भर में किसानों पर हुए मुकदमो को वापस लीजिए और शहीद किसानों को आर्थिक अनुदान दीजिए।